केएल राहुल भारतीय क्रिकेट के उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें भविष्य में टीम की कमान सौंपनी की बात की जा रही है। हालांकि, इस विकेटकीपर बल्लेबाज के करियर में एक समय ऐसा भी आया था, जब वर्ल्ड कप में 300 से ज्यादा रन बनाने के बावजूद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। टीम मैनेजमेंट के इस कदम से वह काफी निराश थे। तब उन्हें निराशा से उबारने और टीम में जगह पक्की करने का ‘गुरुमंत्र’ कैरेबियाई दिग्गज क्रिस गेल ने दिया था।
केएल राहुल (KL Rahul) ने यह बात टेलीविजन और क्रिकेट प्रजेंटेटर गौरव कपूर को उनके यूट्यूब शो ‘ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस’ पर बताई। केएल राहुल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान हैं। वह भारत की टेस्ट टीम की कमान भी संभाल चुके हैं।
केएल राहुल ने बताया, ‘मुझे याद है वह 2019 की बात है। हमने विश्व कप खेला और उसके ठीक बाद, हम एक सीरीज के लिए वेस्टइंडीज गए। मैंने विश्व कप खेला था। मैंने विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया था। उसके बाद हम सीरीज खेलने गए थे, लेकिन मुझे बाहर कर दिया गया।’
वर्ल्ड कप 2019 में शिखर धवन शतक लगाने के बाद चोटिल हो गए थे। इस कारण टीम इंडिया के लिए पहले दो मैचों में नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने वाले केएल राहुल को रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग के लिए प्रमोट किया गया था। केएल राहुल ने वर्ल्ड कप 2019 में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 9 मैच में 2 अर्द्धशतक और एक शतक समेत 361 रन बनाए थे।
केएल राहुल ने गौरव कपूर को बताया, ‘आप जानते हैं, मैं काफी निराश था, क्योंकि मैंने विश्व कप खेला था, लेकिन मैं सीरीज नहीं खेल रहा था। इसका कोई मतलब नहीं था। मैंने उन्हें (क्रिस गेल को) मैसेज किया। उन्होंने कहा कि पूल के पास आओ। मैं ड्रिंक कर रहा हूं। अगले दिन उनका 300वां गेम था, इसलिए वह बहुत खुश थे। मैं भी गया। मैं पूल के पास था। गेल के साथ उनके कुछ कुछ दोस्त भी थे। वह आए, मेरे साथ बैठे, मुझसे बात की। पूछा तुम क्यों नहीं खेल रहे हो?’
केएल राहुल ने कहा, ‘तब क्रिस गेल ने कहा कि देखिए आप हमेशा नहीं खेलने के 100 अन्य कारण गिना सकते हैं, लेकिन यह आपके हाथ में है कि आप खेलते हैं या नहीं। यदि टीम मैनेजमेंट को लगता है कि आपके 70 रन पर्याप्त नहीं है, तो 150 रन बनाएं। यदि 150 रन भी पर्याप्त नहीं हैं तो आप 200 रन के लिए जाएं। आपको इस तरह से चीजों को देखने की आवश्यकता है। यदि आईपीएल के एक सीजन में 600 रन काफी नहीं हैं तो 800 रन बनाएं।’