पाकिस्तान हॉकी टीम का चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेने का रास्ता साफ हो गया है। पाकिस्तानी सरकार ने देश के हॉकी महासंघ (पाकिस्तान हॉकी महासंघ) को ढाई करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इससे टूर्नामेंट में पाकिस्तान की भागीदारी का मार्ग प्रशस्त हो गया है। खास यह है कि इसके पीछे अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान के जूनियर हॉकी खिलाड़ियों का हाथ है। पाकिस्तान खेल बोर्ड की ओर से यह जानकारी दी गई है। एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2023 का आयोजन 3 से 12 अगस्त के बीच चेन्नई में होना है।

पाकिस्तान खेल बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि ओमान में एशियाई जूनियर कप में राष्ट्रीय जूनियर टीम के अच्छे प्रदर्शन के बाद अंतर प्रांत समन्वय मंत्री अहसान मजारी ने इस सहायता को मंजूरी दी। अधिकारी ने कहा, ‘इस धनराशि से जूनियर टीम के खिलाड़ियों और अधिकारियों को दैनिक भत्ते और एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में भागीदारी का पूरा खर्च दिया जाएगा।’ बता दें कि पाकिस्तान की जूनियर हॉकी टीम ने हाल ही में ओमान में जूनियर एशिया कप 2023 का फाइनल खेला था, जहां भारतीय टीम ने उसे 2-1 से हरा दिया था।

उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी टीम के डच कोच सीगफ्राइड एकमैन की तनख्वाह भी जल्दी ही दी जाएगी। एकमैन महीनों से वेतन नहीं मिलने के कारण टीम को छोड़कर स्वदेश लौट गए हैं। पीएसबी (पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड) और पीएचएफ (पाकिस्तान हॉकी महासंघ) के बीच चुनाव और संवैधानिक मसलों पर मतभेद होने के कारण सरकार की ओर से आर्थिक सहायता बंद कर दी गई थी। अब मसला सुलझने के कारण धनराशि आवंटित की गई है।

पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड (PSB) और अंतर-प्रांतीय समन्वय मंत्रालय ने ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) खालिद सज्जाद खोकर के तीसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुने जाने पर फंडिंग रोक दी थी। पीएसबी ने साफ कर दिया था कि किसी भी राष्ट्रीय महासंघ में तीसरे कार्यकाल के लिए खेल नीति में कोई नियम नहीं है। पीएसबी ही सभी खेलों का प्रबंधन करता है और पाकिस्तान में सभी राष्ट्रीय महासंघों के साथ संबंध रखता है।

हालांकि, पीएसबी के अधिकारी ने कहा कि मंत्री ने पीएचएफ को धन उपलब्ध कराने का फैसला किया है, क्योंकि मामले अब महासंघ के साथ सुलझाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, जूनियर कप में प्रदर्शन ने हम सभी को प्रोत्साहित किया है। ऐसा भी महसूस किया जा रहा है कि हॉकी को अब आगे बढ़ने के लिए वित्तीय मदद की जरूरत है। आर्थिक मदद सुनिश्चित करेगी कि खिलाड़ी और कोच बिना किसी वित्तीय समस्या के एशियन चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी पर ध्यान केंद्रित कर सकें।