कोलकाता में एक युवा क्रिकेटर जहरखुरानी का शिकार हुआ। 17 साल का यह खिलाड़ी क्लब क्रिकेट का मैच खेलने अपने घर से 70 किमी दूर कोलकाता पहुंचा था। हालांकि वह मैच नहीं खेल पाया बल्कि उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। परिवार ने पुलिस और अस्पताल पर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है।

देब घोष की मां को मिली थी जानकारी

17 साल के देब घोष के मां ने बताया कि उन्हें रविवार 19 जनवरी को सुबह सात बजे फोन आया। उन्हें बताया गया कि देब मीनाखान अस्पताल में भर्ती है। जब परिवार वहां पहुंचा तो बेटा थोड़ा बहुत होश में था। उसने बताया कि वह कोलकाता के साइंस सिटी पर उतरा तो एक शख्स उसे अपने साथ ले गया। पहले देब को जबदस्ती ड्रिंक पिलाई गई जिसमें कुछ मिला हुआ था। इसके बाद लोग उनके जेब से पर्स और फोन ले गए।

अस्पताल में भी परिवार को नहीं मिली मदद

इसके बाद देब को दूसरे अस्पताल में ट्रांसफर करने को कहा गया। एसएसकेएम अस्पताल में उन्हें ड्रिप और ऑक्सीजन पर रखा गया लेकिन वह बच नहीं पाए। परिवार इस बात से सदमें में है और उन्होंने पुलिस पर और अस्पताल के मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार ने कहा कि उनके बेटे के शव को बिना पूछे मोर्चरी में लेकर गए। उन्होंने जब पुलिस को रोकने की कोशिश की तो देब की दादी घायल हो गई। देब के पिता ने यह भी कहा कि पुलिस ने उनके बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कर रहे थे।