भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरे मुकाबले में एक बार फिर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को 299 रनों की जीत का लक्ष्य दिया है। वहीं इस लक्ष्य का पीछा करने जब टीम इंडिया उतरी तो रोहित-धवन ने एक ठोस शुरुआत टीम को दिलाई लेकिन बड़े लक्ष्य में एक बड़ी पारी की दरकार थी। ऐसे में कप्तान कोहली ने यह जिम्मा अपने कंधों पर उठाते हुए कमाल की बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है और एक बार फिर साबित किया कि आखिर क्यों उन्हें रन चेज मास्टर कहा जाता है। कोहली ने धीरे-धीरे अपनी पारी को बुनते हुए शतक जड़ा और टीम को जीत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया है।

47 रन पर जब टीम इंडिया को पहला झटका धवन के रूप में लगा तो कप्तान कोहली बल्लेबाजी करने के लिए आए थे। उसके बाद टीम को मंझधार से निकालते हुए उन्होंने हर बल्लेबाज के साथ साझेदारी की और टीम के साथ-साथ अपनी भी पारी को आगे बढ़ाया। इस शानदार शतक की बदौलत कोहली अब वनडे मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में 11वें नंबर के खिलाड़ी बन गए हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया की धरती पर शतक जमाने वाले पहले भारतीय कप्तान भी विराट कोहली बन गए हैं, इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली का ये छठां शतक है।

 

इस मैच की बात करें तो भारत ने दो शुरुआती विकेट झटके जरूर लेकिन शॉन मार्श के शतक ने इन शुरुआती प्रयासों पर पानी फेर दिया। वहीं इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी का मुजायरा पेश करते हुए 9 विकेट खोकर 298 रन बनाए जिसमें शॉन मार्श ने सबसे ज्यादा 131 रनों की पारी खेली, वहीं भुवी ने भारत की तरफ से सबसे अच्छी गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 45 रन देकर 4 विकेट झटके। इसके जवाब में खबर लिखे जाने तक भारत ने 3 विकेट खोकर 203 रन बना लिए थे।