कनाडा की बास्केटबॉल खिलाड़ी किम गौचर (Kim Gaucher) के सामने एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। उन्हें बेटी को स्तनपान ना कराने की कीमत पर टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने की बात कही गई है। इसका मतलब है कि किम गौचर या तो अपनी तीन महीने की बेटी को ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) कराए या फिर टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लें। उन्हें दोनों में से किसी एक को चुनना होगा।
किम ने यह खुलासा इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए 5 वीडियोज में किया है। किम ने वीडियोज में बताया है कि कोविड-19 महामारी के नियमों के कारण वह मार्च में जन्मीं बेटी सोफी को ओलंपिक के लिए टोक्यो नहीं ले जा सकती हैं। 2022 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (2020 Summer Olympics) 23 जुलाई से 8 अगस्त के बीच टोक्यो (Tokyo) में होने हैं। पहले इन खेलों को 2020 में 24 जुलाई से 9 अगस्त 2020 के बीच टोक्यो में ही होना था, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के चलते इन्हें करीब एक साल तक के लिए टाल दिया गया था।
किम ने इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि उन्होंने इसके लिए छूट की मांग की थी, लेकिन नतीजा ‘कोई कुछ नहीं कर सकता’ के रूप में सामने आया। सैंतीस साल की किम गौचर अब ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए बेटी को अपना दूध भेजने जैसे विकल्पों पर विचार कर रही हैं। हालांकि, इसमें भी उन्हें बहुत सारी मुश्किल का सामना करना पड़ा है।
किम गौचर ने बताया कि बेटी को स्तनपान कराने के उनके निवेदन पर ओलंपिक आयोजकों ने कहा है, ‘खेलों के दौरान कोई दोस्त नहीं, कोई परिवार नहीं, कोई अपवाद नहीं।’ कनाडा की महिला टीम विश्व में चौथे स्थान पर है। कनाडा की टीम 26 जुलाई को सर्बिया के खिलाफ मुकाबले से ओलंपिक में अपना अभियान शुरू करेगी।
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किम गौचर ने इंस्टाग्राम पर कहा, ‘फिलहाल मुझे स्तनपान कराने वाली मां या ओलंपिक एथलीट के बीच फैसला करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मुझे दोनों में से किसी एक को चुनना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘मैच के दौरान जापानी फैंस उपस्थिति रहने वाले हैं, एरिना आधी दर्शक क्षमता के साथ भरा होने वाला है, लेकिन मेरी बेटी तक मेरी पहुंच नहीं होगी?’