Boris Becker’s Jail Experience: अपने जमाने के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी बोरिस बेकर दिवालियापन से जुड़े अपराधों के कारण ब्रिटेन की कुख्यात वैंड्सवर्थ जेल में बिताए गए 8 महीनों (231 दिनों) को याद करके रो पड़े। बोरिस बेकर (Boris Becker) को जेल में अलग सेल में रखा गया था, जहां वह खुद को अकेला महसूस कर रहे थे। छह बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन बोरिस बेकर (Boris Becker) को अपने परिजन और दोस्तों की कमी खल रही थी। छह बार के ग्रैंड स्लैम विजेता टेनिस दिग्गज बोरिस बेकर ने जर्मन प्रसारक एसएटी.1 को दिए साक्षात्कार में जेल में बिताए अपने 231 दिनों के डरावने अनुभव को साझा किया।

कभी इतना अकेला महसूस नहीं किया: बोरिस बेकर (Boris Becker)

बोरिस बेकर ने कहा, ‘मैंने अपनी जिंदगी में खुद को कभी इतना अकेला महसूस नहीं किया।’ तीन बार के विम्बलडन चैंपियन बोरिस बेकर को दिवालिया घोषित किए जाने के बावजूद अवैध रूप से बड़ी मात्रा में धन हस्तांतरित करने और संपत्ति छिपाने के आरोप में अप्रैल में 30 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। बोरिस बेकर (Boris Becker) को रिहाई की पात्रता हासिल करने के लिए कम से कम आधी सजा काटने की जरुरत थी, लेकिन विदेशी नागरिकों के लिए फास्ट ट्रैक निर्वासन कार्यक्रम के तहत उन्हें जल्दी रिहा कर दिया गया।

खाने में मिलता था सिर्फ चावल (Rice), आलू (Potato) और सॉस (Sauce)

बोरिस बेकर (Boris Becker) को 15 दिसंबर को उनके देश जर्मनी निर्वासित किया गया था। इस स्टार खिलाड़ी ने कहा कि वह रोज प्रार्थना करते थे तथा उन्हें दूसरे कैदियों से हमले की आशंका रहती थी। जेल के अधिकारियों ने उनकी सुरक्षा को देखते हुए उन्हें अलग सेल में रखा था। बोरिस बेकर को जेल में रहते हुए पहली बार पता चला कि भूख क्या होती है। जेल में उन्हें अक्सर चावल (Rice), आलू (Potato) और सॉस (Sauce) ही मिलता था। इस 55 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘भूख क्या होती है इसका मुझे अपनी जिंदगी में पहली बार अहसास जेल में हुआ।’

दोस्तों ने जेल में मनाया था जन्मदिन (Birthday)

जेल में रहते हुए बोरिस बेकर (Boris Becker) के कुछ दोस्त भी बने। बेकर के उन दोस्तों ने नवंबर में चॉकलेट केक मंगाकर उनका जन्मदिन भी मनाया था। बोरिस बेकर ने कहा, ‘मैंने आजाद दुनिया में भी कभी इस तरह की एकजुटता का अनुभव नहीं किया था।’ बोरिस बेकर ने Bild के साथ एक साक्षात्कार में बताया कि ये उनके ‘Blood Brothers’ थे, जिन्होंने उन्हें जेल से बाहर निकलने में मदद की।

जिन कैदियों ने दी थी जान से मारने की धमकी, वही बन गए दोस्त (Friends)

बोरिस बेकर ने कहा कि वैंड्सवर्थ जेल में बिताई गई रातें भयावह हो गईं थीं। विशेष रूप से दो कैदियों जॉन और इके ने अलग-अलग मौकों पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। हालांकि, अगले दिन इके ने मुझसे उसे माफ करने का निवेदन किया। जॉन भी मुझे लॉन्ड्री में मिला। उसने मुझसे माफी की भीख मांगी। मैंने उसे अपने पैरों पर उठाया और उसे गले लगा लिया। मैंने उससे कहा कि मेरे मन में उसके लिए बहुत सम्मान है।

इस महान टेनिस खिलाड़ी (Tennis Star) ने कहा कि वह उन लोगों के संपर्क में रहेंगे, जिन्होंने उनकी जान बचाई। बोरिस बेकर (Boris Becker) ने कहा, ‘जब आप एक साथ अस्तित्व के लिए लड़े हैं, तो यह आपको एक साथ लाता है। हमें एक दूसरे की जरुरत थी।’