भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी सोमवार को नामीबिया के खिलाफ टी20 विश्व कप के अपने अंतिम मैच में प्रसिद्ध कोच तारक सिन्हा के सम्मान में बांह पर काले रंग की पट्टी पहन कर मैदान पर उतरे। आपको बता दें कि दिल्ली क्रिकेट जगत के गुरु द्रोण तारक सिन्हा का 6 नवंबर को निधन हो गया था।

गौरतलब है कि स्वर्गीय सिन्हा को भारत के कुछ बेहतरीन क्रिकेटरों को तैयार करने का श्रेय जाता है, जिनमें मौजूदा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत, शिखर धवन और पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा शामिल हैं।

बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) से जारी बयान में कहा गया, ‘‘ भारतीय क्रिकेट टीम ने द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता और बेहद सम्मानित कोच तारक सिन्हा को श्रद्धांजलि देने के लिए आज बांह पर काली पट्टी बांधी है, जिनका शनिवार को निधन हो गया।’’

सिन्हा का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। वे दिल्ली के प्रसिद्ध सोनेट क्लब में पिता तुल्य थे, जिसने देश को कई बेहतरीन खिलाड़ी दिए।

सुरिंदर खन्ना, मनोज प्रभाकर, दिवंगत रमन लांबा, अजय शर्मा, अतुल वासन और संजीव शर्मा जैसे उनके शिष्यों ने दिल्ली क्रिकेट पर राज किया और भारत के लिए भी खेले।

अपने छात्रों के बीच ‘उस्ताद जी’ के नाम से मशहूर सिन्हा जमीनी स्तर के क्रिकेट कोच नहीं थे। पांच दशक में उन्होंने कोरी प्रतिभाओं को तलाशा और फिर उनके हुनर को निखारकर क्लब के जरिये खेलने के लिये मंच दिया।

दिल्ली क्रिकेट के ‘गुरू द्रोण’ तारक सिन्हा का निधन, ऋषभ पंत के लिए 10वीं और 12वीं में पढ़ाई का किया था इंतजाम

1990 के दशक में उन्होंने आकाश चोपड़ा, अंजुम चोपड़ा, रूमेली धर, आशीष नेहरा, शिखर धवन और ऋषभ पंत जैसे क्रिकेटर दिए। बीसीसीआई ने प्रतिभाओं को तलाशने के उनके हुनर का कभी इस्तेमाल नहीं किया। सिर्फ एक बार उन्हें महिला टीम का कोच बनाया गया जब झूलन गोस्वामी और मिताली राज जैसे क्रिकेटरों के करियर की शुरूआत ही थी।

टी20 वर्ल्ड कप 2021 के अपने आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम नामीबिया के खिलाफ जब मैदान पर उतरी तो खिलाड़ियों ने अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधकर तारक सिन्हा को श्रद्धांजलि दी।