गत चैम्पियन भारत के खिलाफ विश्व कप क्वार्टर फाइनल को बांग्लादेशी खिलाड़ियों के लिये ‘सबसे बड़ा मैच’ मानते हुए हरफनमौला शाकिब अल हसन ने आज कहा कि उनकी टीम इसे ‘एक अन्य मुकाबले’ की तरह लेकर अच्छा प्रदर्शन करेगी।
शाकिब ने पत्रकारों से कहा,‘‘आप कह सकते हैं कि यह हमारे कैरियर का सबसे बड़ा मैच है क्योंकि पहली बार हम विश्व कप क्वार्टर फाइनल खेल रहे हैं। लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि यह आखिर क्रिकेट का ही एक मुकाबला है।’’
इस मैच के लिये एमसीजी खचाखच भरा रहने की उम्मीद है और अधिकांश भारतीय समर्थन होंगे लेकिन शाकिब इससे विचलित नहीं हैं। उन्होंने कहा,‘‘मैं आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिये खेल चुका हूं लिहाजा मुझे दर्शकों के समर्थन का अनुमान है। ईडन गार्डन भी भरा रहने पर 70000 दर्शक होते हैं और मुझे पता है कि उनके सामने खेलना कैसा लगता है। एमसीजी का अनुभव मुझे तब तक नहीं पता चलेगा जब तक मैं मैदान पर जाकर खेलूंगा नहीं।’’
आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक हरफनमौला शाकिब ने स्वीकार किया कि आईपीएल में केकेआर के लिये खेलकर उन्हें अपना खेल निखारने और महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना या विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों के खिलाफ रणनीति बनाने में मदद मिली।
शाकिब ने कहा,‘‘आईपीएल खेलने से मुझे इन खिलाड़ियों के खिलाफ रणनीति बनाने में मदद मिली। मैं अपने साथियों के साथ अनुभव बांट सकता हूं जिसका फायदा मिलेगा। भारतीय बल्लेबाजी क्रम के शीर्ष छह खिलाड़ी बेहतरीन हैं और मैच विनर भी। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे बड़ी साझेदारियां नहीं बना पाये और जल्दी आउट हों।’’
उन्होंने कहा कि उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत की बल्लेबाजी देखी थी और धोनी के शांतचित्त रवैये के कारण भारत ने वह मैच जीता। शाकिब ने कहा,‘‘धोनी ज्यादा घबराता नहीं है। भारत को आराम से खेलने की जरूरत थी और उन्होंने वही किया।’’
पिछले विश्व कप से पहले बांग्लादेश को साधारण टीम करार देने के वीरेंद्र सहवाग के बयान के बारे में पूछने पर उन्होंने मामले को तूल नहीं दिया। उन्होंने कहा,‘‘मुझे नहीं लगता कि विश्व कप में कोई टीम दूसरी टीम को हलके में लेती है। यह क्वार्टर फाइनल है और कोई एक दूसरे को हलके में नहीं लेगा।’’
शाकिब अभी तक विश्व कप के पांच मैचों में सिर्फ 186 रन बना सके और सात विकेट लिये। उन्होंने इस बारे में कहा,‘‘मेरे लिये यह विश्व कप औसत रहा है। मैं बल्लेबाजी में बेहतर प्रदर्शन कर सकता था लेकिन अपनी गेंदबाजी से संतुष्ट हूं। सुधार की अभी भी काफी गुंजाइश है।’’
यह पूछने पर कि क्या बांग्लादेश 2007 का कारनामा दोहरा सकता है जब उसने राहुल द्रविड़ की अगुवाई वाली भारतीय टीम को पांच विकेट से हराकर टूर्नामेंट से बाहर किया था, शाकिब ने कहा,‘‘यह अतीत की बात है और हम परसो के मैच पर फोकस कर रहे हैं। हमें अच्छी शुरुआत करके लय बनानी होगी।’’
उन्होंने मशरेफ मुर्तजा की कप्तानी की भी तारीफ करते हुए कहा,‘‘वह हमेशा युवा खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करता है और सभी से दोस्ताना बर्ताव करता है। वह सभी के करीब है और खिलाड़ी उससे दिल की बात कह सकते हैं जो अच्छा संकेत है।’’
शाकिब ने यह भी कहा कि बांग्लादेश के अच्छे प्रदर्शन का कारण पुख्ता तैयारी है। उन्होंने कहा,‘‘इस साल हम पूरी तैयारी से आये हैं। मैं यह नहीं कहता कि 2011 में हमारी तैयारी अच्छी नहीं थी लेकिन हमारे लिये अहम बात पहला मैच जीतना थी। उसके बाद से हमने मुड़कर नहीं देखा।’’