कर्नाटक राज्य मंत्रिमंडल ने जस्टिस जॉन माइकल डी’कुन्हा जांच आयोग की रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार 24 जुलाई 2025 को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी), कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) और डीएनए नेटवर्क के खिलाफ सुरक्षा चूक और लापरवाही के लिए आपराधिक मामले दर्ज करने का फैसला किया है। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास 4 जून, 2025 को मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 11 लोग घायल हो गए थे।
सूबे के कानून और संसदीय कार्य मंत्री एचके पाटिल ने मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि कैबिनेट ने पूर्व शहर पुलिस आयुक्त बी.दयानंद सहित पांच निलंबित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने का निर्णय लिया है। ये सभी 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की जीत के जश्न के दौरान हुई घटना के दौरान स्थिति को संभालने में विफल रहे थे। कैबिनेट ने पिछले सप्ताह माइकल डी’कुन्हा जांच आयोग की रिपोर्ट स्वीकार कर ली थी।
रिपोर्ट में क्या कहा गया?
आयोग ने ‘गेट्स में प्रवेश को नियंत्रित न करने और स्टेडियम में प्रवेश के संबंध में लापरवाही से घोषणाएं करने’ को ‘भगदड़ और उसके परिणामस्वरूप हुई मौतों और चोटों का मूल कारण’ माना था। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘यह स्थिति आयोजकों द्वारा स्वयं तैयारी की कमी और जल्दबाजी में लिए गए फैसले के कारण पैदा हुई। यह लापरवाही की हद है, जिसके लिए आयोजकों को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस द्वारा दी गई सुरक्षा ‘आवश्यकता को पूरा करने के लिए अपर्याप्त और अप्रभावी’ थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि उच्च जोखिम वाले प्रवेश द्वारों पर सुरक्षाकर्मियों और पुलिसकर्मियों की कम तैनाती ने सुरक्षा खामियों को और बढ़ा दिया। यह भी कहा गया है कि संकट के दौरान ये जवान और अधिकारी भी आयोजन स्थल पर दिखाई नहीं दिए।