भारतीय महिला क्रिकेट टीम को घरेलू मैदान पर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में एकतरफा जीत के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से इनाम मिला। बोर्ड ने मार्च-अप्रैल के महीने में महिलाओं का रेड बॉल क्रिकेट शुरू करने का फैसला किया है। दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड 2018 के बाद से महिलाओं के लिए कोई डोमेस्टिक मल्टी डे इवेंट नहीं का आयोजन नहीं कराता है।
भारतीय बोर्ड नियमित रूप से व्हाइट बॉल क्रिकेट का आयोजन करता है, जिसमें घरेलू स्तर पर एक दिवसीय क्रिकेट और टी20 शामिल है। कुछ साल पहले उन्होंने एज ग्रुप टूर्नामेंट भी शुरू किया था। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार बीसीसीआई महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के बाद रेड बॉल क्रिके शुरू करने पर विचार कर रहा है, जिसकी 22 फरवरी से दिल्ली और बेंगलुरु में आयोजित होने की संभावना है।
जोनल प्रारूप में रेड बॉल क्रिकेट आयोजित करने की संभावना
शुरुआत में बीसीसीआई इस सीजन में जोनल प्रारूप में रेड बॉल क्रिकेट आयोजित करने की संभावना है। आगे चलकर भारतीय बोर्ड पुरुषों की रणजी ट्रॉफी जैसा टूर्नामेंट आयोजित करने पर विचार कर सकता है। जोनल चयनकर्ता जोनल टीम का चयन करेंगे और तीन दिवसीय लीग टूर्नामेंट आयोजित किया जाएगा। हालांकि, फाइनल चार दिवसीय होगा।
शुरुआत में तीन दिवसीय टूर्नामेंट होगा
एक बीसीसीआई अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस से पुष्टि की, “शुरुआत में यह तीन दिवसीय टूर्नामेंट होगा। समय की कमी के कारण हम शुरुआत में जोनल फॉर्मेट से शुरुआत करने के बारे में सोच रहे हैं। टूर्नामेंट का समापन मार्च-अप्रैल माह में होगा। हमारे पास महिला टीम के लिए (वर्तमान में) रेड वॉल क्रिकेट नहीं है और बीसीसीआई को लगा कि महिलाओं के लिए रेड बॉल क्रिकेट के साथ-साथ घरेलू क्रिकेट भी शुरू करने का समय आ गया है।”
महिलाओं के लिए रेड-बॉल घरेलू क्रिकेट
दुनिया के अधिकांश प्रमुख क्रिकेट बोर्ड में महिलाओं के लिए रेड-बॉल घरेलू क्रिकेट का आयोजन नहीं कराते हैं। टेस्ट मैच बहुत कम होते हैं। केवल भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ही खेलते हैं। स्टेटिशियन जॉन लेदर के अनुसार, भारत सबसे हाल ही में कम से कम एक दिन में होने वाला घरेलू क्रिकेट कार्यक्रम आयोजित करने वाला देश है।