टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली को लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2020 में होने वाली टेस्ट चुनौती ज्यादा कठिन होने वाली है। उनका कहना है कि इससे पहले जब दोनों टीमें 2018-19 में भिड़ीं थीं तो डेविड वार्नर और स्मिथ जैसे दिग्गज खिलाड़ी इस टीम में मौजूद नहीं थे। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में पिछले दौरे पर टेस्ट श्रृंखला जीतकर 71 साल के सूखे को खत्म किया था। उस समय स्मिथ और वार्नर गेंद से छेड़छाड़ के मामले में दोषी पाये जाने के कारण टीम से बाहर थे।

गांगुली ने इंडिया टुडे के विशेष कार्यक्रम ‘इंस्पिरेशन’ में वार्नर और स्मिथ का जिक्र करते कहा कि मुझे लगता है कि यह (2020 टेस्ट श्रृंखला) टीम के लिए बड़ी चुनौती होगी। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि कोहली ने अपने लिये जो मानक तय किए हैं उस मुताबिक वह भी मानते होंगे कि 2018 की आस्ट्रेलियाई टीम उनके समय की सबसे मजबूत टीम नहीं थी। भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेले जाने वाले टी20 विश्व कप से शुरु होगा।

पूर्व कप्तान ने कहा कि वह अक्टूबर में जिस चीज का सामना करने जा रहे है उसमें अधिक समय नहीं बचा है। यह अलग होने वाला है क्योंकि यह पूरी ताकत वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम है। उनके पास (भारत) ऐसी टीम है जो आस्ट्रेलिया को हरा सकती है। उन्हें बस खुद पर भरोसा रखना होगा। उन्होंने कहा कि मैं इसका इंतजार कर रहा हूं, आपको पता है कि जब मैं कप्तान बना था तो यह मेरा लक्ष्य था कि सर्वश्रेष्ठ टीमों का सामना करूं और मुझे 2003 का ऑस्ट्रेलियाई दौरा याद है। हम शानदार टीम थे और इस टीम के पास भी ऐसा करने की क्षमता है।

गांगुली की कप्तानी में भारत ने श्रृंखला को 1-1 से ड्रा कराया था लेकिन उस श्रृंखला में आस्ट्रेलिया टीम में ग्लेन मैकग्रा और शेन वार्न शामिल नहीं थे।गांगुली ने कहा कि भारतीय टीम के पास वह सब कुछ है जिससे वे ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में हरा सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘उनके पास तेज गेंदबाज है, स्पिनर है , विराट कोहली की तरह का चैम्पियन खिलाड़ी है। रहाणे ने पिछले तीन-चार महीने पर शानदार प्रदर्शन किया है और अब रोहित शर्मा पारी का आगाज कर रहे। भारतीय टीम 2018 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला हार गयी थी लेकिन गांगुली को उम्मीद है कि टीम जब अगली बार वहां जाएगी तब अच्छा प्रदर्शन करेगी।