बीसीसीआई ने टीम में अनुशासन और एकजुटता को बढ़ावा देने के लिए नयी नीति में निजी स्टाफ और खिलाड़ियों के परिवारों की उपस्थिति पर पांबदी लगाने की घोषणा की। बीसीसीआई ने 10 पॉइंट की गाइडलाइन जारी की है। सभी क्रिकेटर्स के लिए इस गाइडलाइन को मानना है अनिवार्य है। अगर कोई इनका उल्लंघन करता है तो बोर्ड उनपर सख्त कार्रवाई करेगा जिसमें खिलाड़ियों पर बैन से लेकर सैलरी में कटौती भी शामिल हैं।

बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की हार के बाद रिव्यू बैठक की थी। इस बैठक में टीम की एकजुटता बढ़ाने को लेकर बातचीत हुई थी जिसके बाद यह गाइडलाइंस जारी की गई है।

1) घरेलू मैच में खेलना अनिवार्य

बीसीसीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार, खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में चयन और सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के लिए पात्र बने रहने के लिए घरेलू मैचों में भाग लेना अनिवार्य है। यह नीति सुनिश्चित करती है कि खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट से जुड़े रहे, प्रतिभा विकास को बढ़ावा दें, मैच फिटनेस बनाए रखें और घरेलू क्रिकेट को मजबूत करें।


2) परिवार के साथ नहीं कर सकेंगे सफर

सभी खिलाड़ियों से अपेक्षा की जाती है कि वह मैच और प्रैक्टिस सेशन के लिए टीम के साथ यात्रा करें। अनुशासन और टीम एकजुटता बनाए रखने के लिए परिवारों के साथ अलग यात्रा व्यवस्था को बढावा नहीं दिया जाएगा। अगर कोई अपवाद है तो मुख्य कोच और सेलेक्शन कमेटी से पहले ही अनुमति लेनी होगी।


3) खिलाड़ियों को लिमिट से ज्यादा सामान ले जाने की अनुमति नहीं

खिलाड़ियों को टीम के साथ सफर करते हुए उतना ही सामान ले जाने की अनुमति है जितना बोर्ड तय करेगा। अतिरिक्त सामान के लिए खिलाड़ियों को खुद पैसा देना होगा। यह नीति लॉजिस्टिक्स को सुव्यवस्थित करने और अनावश्यक खर्चों से बचने में मदद करती है।


4) किसी को निजी स्टाफ ले जाने की अनुमति नहीं

व्यक्तिगत स्टाफ (उदाहरण के लिए, व्यक्तिगत प्रबंधक, शेफ, सहायक और सुरक्षा कर्मी) को दौरे या सीरीज में साथ रखने की अनुमति तब नहीं होगी जब तक बीसीसीआई इसकी अनुमति न दे। यह उपाय सुनिश्चित करता है कि फोकस टीम संचालन पर बना रहे और लॉजिस्टिक चुनौतियों को कम किया जाए।


5) बेंगलुरु के सैंटर ऑफ एक्सिलेंस में भेजने होंगे बैग्स


6) प्रैक्टिस सेशन में आना अनिवार्य

सभी खिलाड़ियों को निर्धारित प्रैक्टिस सेशन में भाग लेना होगा और वेन्यू तक एक साथ यात्रा करनी होगी। यह नियम प्रतिबद्धता को बढ़ावा देता है और टीम के भीतर एक मजबूत कार्य नीति को बढ़ावा देता है।


7) दौरों पर निजी शूट करने की आजादी नहीं

खिलाड़ियों को किसी चल रही सीरीज या दौरे के दौरान व्यक्तिगत शूटिंग या विज्ञापन में शामिल होने की अनुमति नहीं है। यह नीति ध्यान भटकाने से बचाती है और सुनिश्चित करती है कि खिलाड़ी क्रिकेट और टीम की जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित रखें।

8) खिलाड़ियों का परिवार पूरा समय नहीं होगा साथ

9) बीसीसीआई के कार्यक्रमों में रहना होगा मौजूद

खिलाड़ियों को बीसीसीआई की आधिकारिक शूटिंग, प्रमोशन के लिए उपलब्ध रहना आवश्यक है। हितधारकों के प्रति प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और खेल को प्रभावी ढंग से बढ़ावा देने के लिए ये महत्वपूर्ण हैं।

10) सीरीज खत्म होने तक टीम के साथ रहना जरूरी

खिलाड़ियों को मैच सीरीज या दौरे के अंत तक टीम के साथ रहना होगा, भले ही मैच शेड्यूल से पहले समाप्त हो जाएं। यह एकता सुनिश्चित करता है, टीम के बीच जुड़ाव को बढ़ावा देता है।

बोर्ड नियम तोड़ने पर दे सकता है सजा

बीसीसीआई ने कहा, “सभी खिलाड़ियों से उपरोक्त दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपेक्षा की जाती है। किसी भी अपवाद की स्थिति में अध्यक्ष और मुख्य कोच से अनुमति लेनी होगी। अगर पालन न किया जाएगा बोर्ड अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है।’

बोर्ड ने बयान में आगे कहा, “इसके अतिरिक्त, बीसीसीआई किसी खिलाड़ी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है जिसमें (i) संबंधित खिलाड़ी के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग सहित बीसीसीआई द्वारा आयोजित सभी टूर्नामेंटों में भाग लेने से मंजूरी देना शामिल हो सकता है; और (ii) रिटेनर राशि/मैच फीस से कटौती शामिल हो सकती है।’