भारतीय टीम ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए बल्लेबाज अभिमन्यू ईश्वरन को टीम में जगह दी थी। ईश्वरन ने इस सीरीज से पहले पांच फर्स्ट क्लास मैच में तीन शतक लगाए थे। हालांकि इस खिलाड़ी को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। बंगाल के कोच लक्ष्मीकांत शुक्ला ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि बंगाल के खिलाड़ियों के साथ सही नहीं हो रहा है।
उन्होंने स्पोर्ट्स कीडा को दिए इंटरव्यू में कहा कि ईश्वरन को अब इंडिया एक लिए नहीं चुना जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि वह एक मौके का हकदार था। 100 प्रतिशत। मैं अब उन्हें इंडिया ए में नहीं देखना चाहता। वह अब एक सीनियर खिलाड़ी बन गए हैं। उन्हें लेने के बजाय, मुझे लगता है कि घरेलू टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं को ए टूर के लिए चुना जाना चाहिए। मैं सिर्फ ईश्वरन के बारे में नहीं बल्कि देश भर के खिलाड़ियों के बारे में बात कर रहा हूं।’
ईश्वरन या तो घरेलू क्रिकेट खेले या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट
शुक्ला का कहना है कि ईश्वरन या तो टीम इंडिया के लिए खेलें या फिर घरेलू क्रिकेट। उन्होंने कहा, “हम उन्हें राज्य मैचों के लिए उपलब्ध नहीं पाते हैं, और मुझे लगता है कि घरेलू टूर्नामेंट भारत ए से अधिक महत्वपूर्ण हैं। साई सुदर्शन और अभिमन्यु ईश्वरन जैसे खिलाड़ियों के पास साबित करने के लिए और कुछ नहीं है। उन्हें सीधे भारत या घरेलू टूर्नामेंटों के लिए खेलना चाहिए।”
बंगाल के खिलाड़ियों के साथ हो रही नाइंसाफी
अपनी बात जारी रखते हुए शुक्ला ने कहा कि बंगाल के खिलाड़ियों के साथ लंबे समय से भेदभाव हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘यह पहली बार नहीं है जब बंगाल के खिलाड़ियों ने खुद को गलत पक्ष में पाया है। और अब भी, मैं देख रहा हूं कि चीजें वैसी नहीं हैं जैसी होनी चाहिए। लेकिन हम क्या कर सकते हैं? हम कुछ नहीं कर सकते। पीढ़ियों से बंगाल क्रिकेट के साथ चीजें अन्यायपूर्ण रही हैं – यह रिकॉर्ड में है। हमें प्रदर्शन करना है और फिर भी इंडिया ए से खेलना है, जबकि दूसरों को सीधे इंडिया कैप मिलेगी।”
