भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 2023-24 सीजन के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी कर दिया। इशान किशन और श्रेयस अय्यर को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। दोनों के खिलाफ डोमोस्टिक क्रिकेट से कन्नी काटने पर बड़ा एक्शन लिया गया। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने पर दोनों खिलाड़ियों को बड़ा नुकसान होगा। अगर कोई सोच रहा है कि केवल कमाई पर असर पड़ेगा तो वह गलत है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने पर खिलाड़ियों की कमाई पर असर पड़ता ही है, साथ ही वे नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) और इंश्योरेंस जैसी सुविधाएं का भी लाभ नहीं उठा पाते।

कैसे मिलेगी लाइमलाइट

इशान किशन और श्रेयस अय्यर भले ही बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हो गए हों वह इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) में खेलते दिखाई देंगे। फ्रेंचाइजियों ने ऑक्शन से पहले रिलीज नहीं किया। इससे पता चलता है कि वे उनकी प्लान का हिस्सा हैं। खिलाड़ियों के लिए आईपीएल अनुबंध बहुत आकर्षक होता है, लेकिन बीसीसीआई अनुबंध से बहुत बड़ा झटका है। अगर वे देश के लिए नहीं खेलेंगे तो इससे उन्हें सुर्खियों में आने का मौका नहीं मिलेगा।

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कुछ विशेष करना होगा

आईपीएल साल में केवल दो महीने होता है और घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों के विकास के लिए केंद्र है, लेकिन उतना ध्यान आकर्षित नहीं करता है। इससे अय्यर और इशान की जगह के लिए अन्य दावेदारों को फायदा होगा। भारतीय टीम किसी भी पोजिशन के जिस तरह की प्रतिस्पर्धा है उसमें खिलाड़ियों को गुमनाम होते समय नहीं लगता। संभवत: चयन पैनल की सिफारिश के परिणामस्वरूप अनुबंध सूची से बाहर होने के बाद इशान किशन और श्रेयस अय्यर को संभवतः अपना नाम चर्चा या विचार में लाने के लिए कुछ विशेष करना होगा।

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NCA का फायदा नहीं उठा पाएंगे

एक केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी जब चाहे बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) सहित बीसीसीआई की सुविधाओं का उपयोग कर सकता है। यह तब महत्वपूर्ण है जब कोई क्रिकेटर घायल हो, टीम से बाहर हो या सिर्फ अपने खेल या फिटनेस पर काम करना चाहता हो। जो लोग सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में नहीं होते उन्हें एनसीए सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए अपनी संबंधित राज्य इकाइयों से मदद लेनी पड़ती है।

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इंश्योरेंस कवर भी नहीं होगा

एक अनुबंधित खिलाड़ी के पास बड़ा इंश्योरेंस कवर भी होता है। इसलिए यदि वह भारत के लिए खेलते समय लगी चोट के कारण आईपीएल से चूक जाते हैं तो उन्हें होने वाली वित्तीय नुकसान की भरपाई की जाती है। मेडिकल खर्चा भी बोर्ड उठाता है। उदाहरण के तौर पर 50 ओवर के विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद मोहम्मद शमी टखने की चोट के कारण आईपीएल 2024 से बाहर हो सकते हैं। आईपीएल न खेल पाने से उन्हें नुकसान नहीं होगा। उनका इलाज भी बोर्ड करा रहा है।

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क्या भारतीय टीम में हो सकता है चयन?

बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के ये कतई मतलब नहीं है कि इशान किशन और श्रेयस अय्यर का भारतीय टीम में चयन नहीं हो सकता। इनका चयन हो सकता है, लेकिन वे इन सुविधाओं से वंचित रह जाएंगे। इसके अलावा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ी को सलाना उनके ग्रेड के हिसाब से पैसा मिलता है। उन्हें मैच फीस भी मिलती है, जिनके पास कॉन्ट्रैक्ट नहीं होता उन्हें सिर्फ मैच फीस मिलती है।