अब जबकि भारत की इस साल चीन के हांगझोऊ में होने वाले एशियाई खेलों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर नजर है, लेकिन उसका संभावित एक पदक कम रह जाएगा। आगामी 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक होने वाले एशियाई खेलों में क्रिकेट ही वह एकमात्र खेल है जिसमें देश की टीमें हिस्सा नहीं लेंगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस महाद्वीपीय मेगा इवेंट के लिए पुरुष या महिला टीमों के हिस्सा हीं लेने के पीछे पूर्व प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया है। खास यह है कि बीसीसीआई ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने की वकालत करता है।

एशियाई खेलों के लिए भारत के शेफ डी मिशन, भूपेंद्र बाजवा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, हमारे पास एक को छोड़कर सभी खेलों में प्रविष्टियां हैं। क्रिकेट की टीमें नहीं जा रही हैं। भूपेंद्र बाजवा ने बताया कि वे (भारतीय क्रिकेट टीमें) व्यस्त हैं। हमने उन्हें 3-4 ईमेल भेजे, लेकिन जब हमें आयोजकों को एंट्री भेजनी पड़ी तो उन्होंने कहा कि वे नहीं जाएंगे।

बीसीसीआई के एक पदाधिकारी ने घटनाक्रम की पुष्टि की लेकिन साथ ही कहा कि उन्हें ‘समय सीमा से एक दिन पहले’ ही भारतीय ओलंपिक संघ से ईमेल मिला। था। पदाधिकारी ने कहा, ‘हमें समय सीमा से ठीक एक दिन पहले IOA (भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन) से ईमेल मिला था। बीसीसीआई महिला क्रिकेट के लिए पहले ही एफटीपी फाइनल कर चुका है। एशियाई खेलों के दौरान हमारी टीम उपलब्ध नहीं होगी, क्योंकि वे कहीं और टूर्नामेंट में खेल रहे होंगे।’

एफटीपी के अनुसार, भारतीय महिलाओं को सीमित ओवरों की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है। इस बीच पुरुष टीम अक्टूबर-नवंबर में घरेलू सरजमीं पर वनडे विश्व कप में हिस्सा लेगी। हालांकि, अतीत में ऐसे मौके आए हैं, जब बीसीसीआई (BCCI) ने दो राष्ट्रीय टीमों को मैदान में उतारा है।

साल 1998 में भारतीय टीम ने कुआलालंपुर में राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लिया था। दूसरी बार कनाडा के टोरंटो में सहारा कप में पाकिस्तान का सामना किया था। साल 2021 में शिखर धवन ने श्रीलंका दौरे पर दूसरी श्रेणी की भारतीय टीम का नेतृत्व किया था, जबकि उसी दौरान विराट कोहली की कप्तानी वाली एक अन्य टीम टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड में थी।

क्रिकेट एशियाड के दो संस्करणों (2010 और 2014 में) का हिस्सा रहा है, लेकिन भारत ने दोनों संस्करणों में हिस्सा नहीं लिया था। साल 2018 में जकार्ता में हुए एशियाई खेलों से क्रिकेट बाहर था। अब हांगझोऊ में क्रिकेट की फिर से वापसी हो गई है। हांगझोऊ में 2022 में ही एशियाई खेल होने थे,लेकिन चीन की जीरो-कोविड पॉलिसी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।

एशियाई खेलों को छोड़ने का बीसीसीआई का फैसला भी ऐसे समय में आया है जब क्रिकेट ओलंपिक में जगह बनाने की होड़ में है। दरअसल, एशियन गेम्स खत्म होने के कुछ ही दिन बाद मुंबई में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति का सत्र होने वाला है, जहां ओलंपिक में क्रिकेट के संभावित समावेश पर फैसला किया जाएगा।