भारतीय महिला टीम ने बैडमिंटन एशियन चैंपियनशिप में शानदार शुरुआत की। अपने पहले ही मैच में महिला टीम ने चीन को 3-2 से हराकर चौंका दिया। दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु ने चार महीने बाद शानदार वापसी करते हुए भारत को छह साल बाद नॉकआउट में पहुंचाने में अह भूमिका निभाई।

पीवी सिंधु की शानदार वापसी

पीवी सिंधु चोट के कारण चार महीने से टूर्नामेंट्स नहीं खेल रही थीं। उन्होंने इसी इवेंट के सात वापसी की। पिछले साल फ्रेंच ओपन के दौरान घुटने में लगी चोट के बाद से बाहर सिंधु ने अपने से बेहतर रैंकिंग वाली हेन युई को 40 मिनट में 21-17 21-15 से हराकर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता 28 साल की सिंधु की विश्व रैंकिंग 11 जबकि हेन युई की आठ है।

भारत लगातार हारा दो मुकाबले

इसके बाद भारत की महिला डबल्स जोड़ी तनीषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा को ल्यु शेंग शु और टेन निंग की जोड़ी के हाथों हार मिली। भारतीय टीम यह मुकाबला 19-21 16-21 से हारी। दूसरे सिंगल्स मुकाबले में अस्मिता चालिहा भी चीन की नौवें नंबर की खिलाड़ी वैंग झी यी के खिलाफ टिक नहीं पाईं और 13-21 15-21 से मुकाबला हारी। भारत इस समय तक 1-2 से पीछे था।

त्रीसा जॉली-गायत्री ने जीता रोमांचक मुकाबला

इसके बाद बारी आई दूसरे महिला डबल्स मुकाबले की। तनीषा और अश्विनी जो काम नहीं कर पाई वह काम त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी ने किया। इस जोड़ी ने ली यी जिंग और लुओ शू मिन की जोड़ी को एक घंटे और नौ मिनट में तक रोमांचक मुकाबले में 10-21 21-18 21-17 से मात दी। इस समय तक स्कोर 2-2 से बराबर हो गया।

आखिरी और निर्णायक मुकाबले में टीम इंडिया को जीत दिलाने की जिम्मेदारी थी दुनिया की 472वें नंबर की अनमोल खरब पर। इस खिलाड़ी ने चीन की दुनिया की 149वें नंबर की वू लियो यू को एक घंटे और 17 मिनट में 22-20 14-21 21-18 से हराकर भारत की जीत सुनिश्चित की।