सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली पुरुष युगल जोड़ी बन गई है। इस भारतीय जोड़ी ने शनिवार को खेले गए सेमीफाइनल मैच में अपनी प्रतिद्वंदी जोड़ी के बीच से हट जाने के कारण आसानी से फाइनल में जगह बनाई। यह प्रतियोगिता के 52 साल के इतिहास में पहला अवसर है जबकि भारतीय पुरुष युगल जोड़ी ने पदक पक्का किया। इस प्रतियोगिता में भारत का दारोमदार सात्विक और चिराग पर ही टिका है क्योंकि पीवी सिंधू और एचएस प्रणय एकल में क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाए थे।

सात्विक और चिराग पहला गेम जीतने के बाद दूसरे गेम में जब 13-14 के मामूली अंतर से पीछे चल रहे थे तब ली यांग और वांग ची-लिन की चीनी ताइपे की जोड़ी ने मैच से हटने का फैसला किया। रविवार को होने वाले फाइनल में उनका सामना ओंग यू सिन और टियो ई यी की आठवीं वरीयता प्राप्त मलेशियाई जोड़ी से होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में जापान की ताकुरो होकी और युगो कोबायाशी की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को 21-6, 26-24 से हराया।

पीवी सिंधू क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर

सात्विक और चिराग ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में शुक्रवार को इंडोनेशिया के मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान की अनुभवी जोड़ी को 21-11 21-12 से हराकर इतिहास रचा था। ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू बढ़त बनाने के बाद कोरिया की दूसरी वरीयता प्राप्त अन सि यंग से हारकर महिला एकल क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गईं।

एच एस प्रणय पुरूष एकल क्वार्टर फाइनल से बाहर

आठवीं वरीयता प्राप्त सिंधू ने पहला गेम 21-18 से जीता, लेकिन अगले दो गेम 5-21, 9- 21 से गंवा दिये। भारत के ही आठवीं वरीयता प्राप्त एच एस प्रणय पुरूष एकल क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गए, जिन्होंने जापान के केंता सुनेयामा के खिलाफ मुकाबला बीच में ही छोड़ दिया। प्रणय उस समय 11-21, 9-21 से पीछे थे जब चोट के कारण उन्हें कोर्ट छोड़ना पड़ा। इससे पहले क्वालीफायर में रोहन कपूर और एन सिक्की रेड्डी को मिश्रित युगल में इंडोनेशिया के देजान एफ और ग्लोरिया एमैन्युअल ने 21-18, 19-21, 21-15 से हराया।