भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 17 दिसंबर से 4 मैचों की टेस्ट सीरीज होनी है। हालांकि, सीरीज शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलिया को तगड़ा झटका लगा है। उसके ओपनर डेविड वार्नर पिंक बॉल टेस्ट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। डेविड वॉर्नर टीम इंडिया के खिलाफ दूसरे वनडे मैच के दौरान फील्डिंग करते समय चोटिल हो गए थे।

डेविड वार्नर की हैमस्ट्रिंग खिंच गई थी। उन्हें बीच मैच के दौरान मैदान से बाहर जाना पड़ा था। अभी वह पूरी तरह फिट नहीं हुए हैं। इसी वजह से वह तीसरे वनडे और टी20 सीरीज में भी हिस्सा नहीं ले पाए थे। हालांकि, उनके मेलबर्न में 26 दिसंबर से होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट में वापसी करने की उम्मीद है। वॉर्नर के एडिलेड टेस्ट से बाहर होने की खबर को आईसीसी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है।

आईसीसी के हवाले से डेविड वार्नर ने अपनी चोट को लेकर अपडेट दिया है। वार्नर ने बयान में कहा, ‘मुझे लगता है कि इतने कम समय में मैंने अच्छी खासी रिकवरी की है और मेरे लिए अभी यही बेहतर है कि मैं सिडनी में रुककर अपनी फिटनेस पर और काम करूं ताकि मैं पूरी तरह फिट हो सकूं।’

ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने कहा, ‘उम्मीद है कि वह मेलबर्न टेस्ट से पहले फिट हो जायेगा । मुझे उस पर पूरा भरोसा है।’ ऑस्ट्रेलिया और भारत को बीच पहला टेस्ट मैच ऐतिहासिक होने वला है। पहला टेस्ट एडिलेड में पिंक बॉल से खेला जाएगा। यह भारत का विदेश में पहला डे-नाइट टेस्ट होगा। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार डे-नाइट टेस्ट मैच खेलेगी।

जाहिर है ऐसे में वार्नर का पहले टेस्ट मैच से बाहर होना ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए बड़े झटके से कम नहीं है। डेविड वार्नर के पहले टेस्ट से बाहर होने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी जगह ऑस्ट्रेलियाई टीम में किसे शामिल किया जाता है? वार्नर की जगह पहले टेस्ट में दूसरा ओपनर कौन होगा?

वार्नर के नहीं खेलने से पारी की शुरुआत को लेकर चयनकर्ताओं का सिरदर्द बढ़ जाएगा। विल पुकोवस्की को भारत ए के खिलाफ अभ्यास मैच में सिर में चोट लगी है। दूसरे सलामी बल्लेबाज जो बर्न्स खराब फार्म में हैं।

दूसरी ओर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली भी पहला टेस्ट मैच खेलने के बाद भारत लौटने वाले हैं। कोहली जनवरी में पिता बनने वाले हैं। ऐसे में वह अपनी जिंदगी के इस अहम समय में परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं।

भारत ने पिछले दौरे में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा था। हालांकि, प्रतिबंध लगा होने के कारण उस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर शामिल नहीं थे।