वेस्टइंडीज ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर पर मात देकर 27 साल बाद जीत हासिल करके इतिहास रच दिया। वेस्टइंडीज के 24 साल के शमार जोसेफ ने चोटिल पैर के साथ ऑस्ट्रेलिया के घमंड को चकनाचूर कर दिया। एक दिन पहले जो खिलाड़ी दर्द के कारण जमीन पर पैर रख नहीं पा रहा था वह अगले दिन वेस्टइंडीज की जीत के हीरो बन गए।
शमार के पैर में लगी चोट
वेस्टइंडीज की टीम शनिवार को बल्लेबाजी कर रही थी और जोसेफ क्रीज पर थे। टीम उस समय नौ विकेट खो चुकी थी। मिचेल स्टार्क तब ओवर करने आए। उनकी यॉर्कर गेंद जोसेफ के पैर में जाकर लगी। गेंद लगते ही जोसेफ दर्द से कराहने लगे। वह जमीन पर पैर भी नहीं रख पा रहे थे। गेंद नो बॉल थी जिसके कारण जोसेफ नॉटआउट थे लेकिन चोट के कारण वह खेलना जारी नहीं रख सके। उन्होंने रिटायर हर्ट होने का फैसला किया।
चोट के बाद शमार बल्लेबाजी के लिए लौटे
इसके बाद शायद ही किसी को उम्मीद थी कि जोसेफ गेंदबाजी कर पाएंगे। हालांकि उन्होंने कैमरन ग्रीन को आउट करके दिखा दिया की वह हार नहीं मानने वाला है। इसके बाद एक-एक करके ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जोसेफ का शिकार बनते रहे। टीम ने 207 के स्कोर पर 9 विकेट खो दिए थे। जोसेफ ने फिर जोश हेजलवुड को बोल्ड किया और ऑस्ट्रेलिया की पारी को समेट दिया।
जोसेफ ने टूटे पैर से की गेंदबाजी
जोसेफ ने अपने स्पैल में 11.5 ओवर डाले जिसमें उन्होंने 68 रन दिए और सात विकेट झटके। इस दौरान उन्होंने 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी भी की। उनकी इसी गेंदबाजी के कारण ऑस्ट्रेलिया 216 का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी और अपने ही घर पर मुकाबला हार गई। जोसेफ ने अपना दर्द भूलकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और टीम को जीत दिलाई। जोसेफ इस मैच के हीरो रहे। सोशल मीडिया पर जोसेफ के जज्बे की जमकर तारीफ हुई। लोगों ने इस युवा खिलाड़ी के जुनून की तारीफ की। जोसेफ को उनके प्रदर्शन के दम पर इसकी बदौलत प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ सीरीज चुना गया।
