हांगझू में 23 सितंबर में शुरू हो रहे एशियन गेम्स से पहले भारतीय खेलों में उथल-पुथल मचती रही। कुश्ती से लेकर कुराश जैसे खेल विवादों में घिरे रहे। कुश्ती में गहराया संकट सबसे बड़ा विवाद रहा। भारतीय दल एशियाई खेलों में सौ से अधिक पदक जीतने के इरादे से जा रहा है । हालांकि खिलाड़ियों के जाने से पहले फेडरेशंस और खेल मंत्रालय को कई विवादों का सामना करना पड़ा।

कुश्ती : यह खेल मैदान पर नहीं बल्कि मैदान के बाहर की गतिविधियों के लिये चर्चा में रहा । ओलंपिक पदक विजेता पूनिया और साक्षी मलिक के साथ 2018 एशियाई खेलों की गोल्ड पदक विजेता विनेश फोगाट करीब दो महीने तक भाजपा सांसद और डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की बर्खास्तगी की मांग को लेकर धरने पर बैठे । इन्होंने सिंह पर सात महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये थे । खेल मंत्रालय ने महासंघ को भंग कर दिया और भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा कठिन तदर्थ समिति को खेल की बागडोर सौंपी । यह समिति भी विवादों के घेरे में ही रही । पूनिया और विनेश को ट्रायल से छूट दे दी गई जिस पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश की खाप में दोफाड़ हो गई । विनेश के घायल होने से अंतिम पंघाल को मौका मिला है । पूनिया छूट मिलने के बाद किर्गीस्तान अभ्यास कर रहे हैं और वहीं से चीन पहुंचेंगे ।

फुटबॉल : क्लब बनाम देश का विवाद एक बार फिर जोर मारने लगा है । अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को काफी मेहनत करनी पड़ी कि 12 इंडियन सुपर लीग की टीमें एशियाई खेलों के लिये खिलाड़ियों को रिलीज करे । कई दौर की बातचीत के बाद स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री और अनुभवी डिफेंडर संदेश झिंगन को रिलीज किया गया । आईएसएल क्लबों ने 13 खिलाड़ियों को रिलीज नहीं किया था जिनमें झिंगन और गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू शामिल थे । एआईएफएफ ने बाद में 22 खिलाड़ियों की संशोधित सूची जारी की जिसमें झिंगन के अलावा चिंगलेनसना सिंह और लालछुंगनुंगा शामिल है ।

कुराश : ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि किसी टीम की चयन प्रक्रिया की जांच दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा कर रही है । मार्शल आर्ट खेल कुराश गलत कारणों से ही चर्चा में है । दिल्ली उच्च न्यायालय ने चयन प्रक्रिया की जांच के आदेश दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को दिये हैं । कुराश खिलाड़ी नेहा ठाकुर ने एशियाई खेलों के लिये टीम की चयन प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगाते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है । उन्होंने आरोप लगाया कि उनके प्रतिद्वंद्वियों ने उन्हें धमकाया और भारतीय ओलंपिक संघ के मुख्यालय में उन पर हमला किया ।

घुड़सवारी : भारतीय ड्रेसेज खिलाड़ी गौरव पुंडीर ने आरोप लगाया कि भारतीय घुड़सवारी महासंघ ने उनके सामने ऐसी बाधायें खड़ी की ताकि वह एशियाई खेलों के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकें । पुंडीर ने कहा कि महासंघ ने उनसे यह बात छिपाई कि भारतीय घोड़े पृथकवास के नियमों के कारण चीन में भाग नहीं ले सकते । ऐसे में उन्हें यूरोप में या अन्यत्र घोड़ा तलाशने में काफी समय बर्बाद करना पड़ा ।