भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम को एशियन गेम्स के लिए गुरुवार को हुए ड्रॉ में चीन, बांग्लादेश और म्यामां के साथ ग्रुप ए में रखा गया है जबकि महिला टीम ग्रुप बी में थाईलैंड और चीनी ताइपे के साथ शामिल है। खेल मंत्रालय ने मौजूदा चयन मापदंड में राहत देते हुए भारतीय पुरुष और महिला फुटबॉल टीमों की एशियाड में भाग लेने की अनुमति दी। पुरुषों के इवेंट में छह ग्रुप हैं। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीमें तथा सर्वश्रेष्ठ तीसरे स्थान पर रहने वाली चार टीमें राउंड 16 में जगह बनायेंगी।

स्टिम ने कहा चीन है सबसे बड़ी चुनौती

वहीं महिलाओं के वर्ग में प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष टीम तथा सर्वश्रेष्ठ दूसरे स्थान पर रहने वाली तीन टीमें क्वार्टरफाइनल में पहुंचेंगी। भारतीय पुरुष टीम के कोच इगोर स्टिमक ने ट्विटर पर कहा, ‘मेजबान देश चीन हमारे युवा खिलाड़ियों के लिये काफी प्रतिस्पर्धी टीम होगा और मुझे उम्मीद है कि इस मैच से ग्रुप का विजेता तय होगा।’ उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश और म्यामां की टीम कई तरीकों से हमारी तरह ही है जिनके काफी युवा सीनियर राष्ट्रीय टीम में हैं, हमें मैदान पर उन्हें पराजित करने की जरुरत है। मुझे उम्मीद है कि हमारे युवा खिलाड़ी भारत के लिए शानदार काम करेंगे और मुझे चीन के खिलाफ पहला स्थान हासिल करने की उम्मीद है।’

वर्ल्ड कप के लिए मिला मुश्किल ड्रॉ

स्टिमक ने 2026 विश्व कप क्वालिफायर के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, ‘विश्व कप क्वालिफायर ड्रॉ 2026 एक तरह से हमारे लिए भाग्यशाली नहीं रहा। हमारे ग्रुप में एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीम में शुमार कतर भी है जिसे हराना मुश्किल काम होगा। लेकिन हमने कुछ समय पहले ही साबित किया कि हम इस तरह की मजबूत टीमों के खिलाफ भी जीत सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘कुवैत सर्वश्रेष्ठ टीम है और फिर अफगानिस्तान या मंगोलिया, जिनके खिलाफ हम हाल में खेले थे, हमें काफी स्पष्ट रहना होगा। ग्रुप में दूसरा स्थान हमारा ही होना चाहिए। ’’

स्टिमक ने कहा, ‘‘हमें अच्छी तैयारी के लिए सबकुछ करना होगा। अच्छी तैयारी के लिए भारतीय फुटबॉल के सभी हितधारकों से काफी समय लेना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि भारत विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर तक पहुंच जाये। ’’

महिलाओं को एशियन गेम्स में मिला दिलचस्प ड्रॉ

महिलाओं की इवेंट में 17 टीमों को पांच ग्रुप में विभाजित किया गा है जिसमें ग्रुप ए, बी और सी में तीन तीन टीमें हैं जबकि ग्रुप डी और ई में चार चार टीमें हैं। पुरुषों की स्पर्धा की तरह महिलाओं की स्पर्धा में दो चरण होने चाहिए। ग्रुप चरण में एक दौर की रॉबिन लीग प्रणाली होगी और नॉकआउट चरण में क्वार्टरफाइनल, सेमीफाइनल, कांस्य पदक मैच और स्वर्ण पदक मैच होंगे जो सभी एक दौर के नॉकआउट मैच होंगे।

भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच थॉमस डेनेरबी ने ड्रा के बाद कहा, ‘‘यह काफी दिलचस्प ड्रॉ है। हमारे पास दोनों टीमों के खिलाफ अच्छा मौका है। लेकिन तैयारी का हमारा समय अहम होगा। हमें अगले आठ हफ्तों तक बहुत कड़ी मेहनत करनी होगी। ’’ भारतीय पुरुष टीम ने 1951 में शुरुआती एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद 1962 में भी यही उपलब्धि दोहरायी थी। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने पहले भारतीय फुटबॉल टीमों को इस आधार पर खेलों में भेजने से इनकार कर दिया था कि वे एशिया में शीर्ष आठ देशों की रैंकिंग में शामिल नहीं थीं।