बीसीसीआई ने एशियन गेम्स के लिए महिला टीम का ऐलान किया है जिसमें कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। बांग्लादेश दौरे पर जो टीम टी20 खेलने उतरी, एशियन गेम्स के लिए उसमें छह बदलाव किए गए हैं। टीम में किए गए इन बदलावों ने दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा की चिंता बढ़ा दी है। वह इन बदलावों से सहमत नहीं है और उन्हें ऐसा लगता है कि यह बदलाव एशियन गेम्स में टीम इंडिया की गोल्ड की उम्मीदों को झटका दे सकते हैं।

एशियन गेम्स के लिए हुआ चयन चिंताजनक

टीम सेलेक्शन पर जनसत्ता से बात करते हुए अंजुम चोपड़ा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टीम में जो छह बदलाव हुए हैं वह चिंताजनक हैं। जिस टीम को बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के लिए भेजा गया उसमें से छह खिलाड़ी टीम का हिस्सा नहीं हैं। उन छह नामों में पूजा वस्त्राकर और यस्तिका भाटिया का नाम शामिल है। अगर यह खिलाड़ी अनफिट हैं तो वनडे सीरीज क्यों खेल रही हैं? आपको कैसा पता कि वह दो महीने बाद फिट नहीं होंगी? इसकी क्या वजह है? फिर एस मेघना और मेघना सिंह का भी नाम नहीं है। इन दोनों को आपने बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भेजा था और मौका नहीं दिया और अब उन्हें ड्रॉप कर दिया। नए खिलाड़ियों को किसी भी तरह टीम में फिट करने की कोशिश मुझे समझ नहीं आ रही।’

अंजुम चोपड़ा को समझ नहीं आ रही सेलेक्टर्स की सोच

इस पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने आगे कहा, ‘बांग्लादेश में अगले साल टी20 वर्ल्ड कप होना है और फिर 2025 में भारत में वर्ल्ड कप होगा। जो चयन कर रह हैं वह क्या सोच कर चयन कर रहे हैं? क्या हमारी बल्लेबाजी परफेक्ट है, स्थिर है? यस्तिका भाटिया वनडे सीरीज में नंबर तीन पर खेल रही थी लेकिन वहां ज्यादातर जेमिमा खेलती हैं। मुझे असंतुलन नजर आ रहा है एशियन गेम्स की टीम में। आपने टीम को किस सोच के साथ भेजा है वह मेरे समझ में नहीं आ रहा है।’

आसान नहीं होगी गोल्ड की राह

अंजुम का कहना है कि यह सेलेक्शन टीम की गोल्ड की उम्मीदों को भी झटका दे सकता है। उन्होंने कहा, ‘यहां बांग्लादेश है पाकिस्तान है श्रीलंका है और मैं इन टीमों को बिलकुल हल्के में नहीं लूंगी। बांग्लादेश ने आपको हराकर दिखा दिया हैं, पाकिस्तान पहले ही हरा चुकी है। इस बार थाईलैंड भी होगा। ऐसे में अगर टीम यहां भी गोल्ड नहीं जीत पाती है तो हमें चिंतित होना चाहिए।’