वेंकट कृष्णा बी
श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने एशिया कप में अकेले भारत बनाम पाकिस्तान सुपर 4 मैच के लिए ही आरक्षित दिन पर सहमत होने के लिए श्रीलंका और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की आलोचना की। अर्जुन रणतुंगा ने भारी बारिश के बीच टूर्नामेंट को कोलंबो में आयोजित करने और अन्य ग्रुप मैचों के लिए आरक्षित दिन आवंटित नहीं करने के एशियाई क्रिकेट परिषद के फैसले पर सवाल उठाया। अर्जुन रणतुंगा बेबाक बयानी के लिए प्रसिद्ध हैं। अर्जुन रणतुंगा की अगुआई में ही श्रीलंका ने 1996 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था।
पिछले शुक्रवार को एक अभूतपूर्व कदम में तकनीकी रूप से टूर्नामेंट के मेजबान पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) ने कोलंबो में भारत-पाकिस्तान मैच में एक आरक्षित दिन जोड़ा, क्योंकि भारी बारिश का पूर्वानुमान था। अंतिम समय में लिए गए फैसले पर सवाल खड़े हुए क्योंकि इससे भारत और पाकिस्तान को फायदा हुआ। इस तरह मैच में अंक बंटने का अंदेशा खत्म हो गया। रविवार को शुरू हुआ खेल अगले दिन तक चला और भारत जीत गया।
अर्जुन रणतुंगा ने चुनिंदा पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, ‘शक्तिशाली बोर्ड्स के सामने एसीसी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council) शक्तिहीन हो गए हैं। मुझे नहीं पता कि आईसीसी कार्रवाई करता भी है या नहीं या हमारे पास आईसीसी है। आईसीसी बिना दांत का शेर है। वे बहुत ही गैर-पेशेवर तरीके से काम करते हैं। मुझे लगता है कि उन्हें ही क्रिकेट पर ध्यान देना चाहिए और क्रिकेट की रक्षा करनी चाहिए। आखिरकार क्रिकेट को आईसीसी द्वारा नियंत्रित किया जाना चाहिए, न कि किसी देश या व्यक्ति द्वारा।’
अर्जुन रणतुंगा ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘अब आप एशिया कप को ही लीजिए। टूर्नामेंट से पहले आपके पास नियम होते हैं, लेकिन उस एक मैच (भारत बनाम पाकिस्तान) से पहले उन्होंने नियम बदल दिए। तो एसीसी कहां है? आईसीसी कहां है?’ एसीसी के इस फैसले की बांग्लादेश के कोच चंडिका हथुरुसिंघा और श्रीलंका के कोच क्रिस सिल्वरवुड ने भी तीखी आलोचना की थी।
हालांकि, श्रीलंका क्रिकेट (SLC) और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने बाद में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बयान दिया कि रिजर्व डे आवंटित करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था। अर्जुन रणतुंगा ने कहा, ‘अफगानिस्तान को बाहर भी कर दें तो आपके पास भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश शीर्ष चार टीमें हैं। ऐसे में जब वे नियम बदलने की कोशिश करते हैं, अगर एसएलसी और बीसीबी कहते हैं कि ठीक है तो फिर जो चाहो करो, उन्हें बाहर कर दिया जाना चाहिए। भुगत कौन रहा है? ये खिलाड़ी हैं।’
एक टीम के लिए नियम क्यों बदलते हैं: अर्जुन रणतुंगा
अर्जुन रणतुंगा ने गुस्सा होते हुए कहा, ‘मैं कुछ चीजों को लेकर बहुत सहज नहीं हूं, खासकर जब आपके पास एक टूर्नामेंट हो जहां आप एक टीम के लिए नियम बदलते हैं। आप भविष्य में किसी आपदा को देख रहे हैं। इसके बारे में कोई बात नहीं करता। क्या आपने कभी किसी क्रिकेटर को इस नियम में बदलाव के बारे में बात करते देखा है? क्यों नहीं? यह बिल्कुल साफ है कि वे पैसा कमाना नहीं चूकना चाहते।’
मेजबान टीम तय करने से लेकर हाइब्रिड मॉडल अपनाने और भारी बारिश के बीच टूर्नामेंट को कोलंबो में आयोजित कराने तक, एशिया कप के इस संस्करण ने एसीसी की छवि खराब की है। यहां तक कि ऊंची कीमतों पर बेची जा रही टिकटों के कारण भारत बनाम पाकिस्तान मैच में भी आर प्रेमदासा स्टेडियम काफी हद तक खाली ही रहा।