भारतीय महिला हॉकी टीम को गुरुवार (11 सितंबर) को 2025 महिला एशिया कप में पहली हार का सामना करना पड़ा। उसे हांगझू में अपने दूसरे सुपर4 पूल मैच में मेजबान चीन के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। मुमताज खान (38वें मिनट) भारत के लिए एकमात्र गोल करने वाली खिलाड़ी रहीं, जबकि जू मीरॉन्ग (4वें मिनट, 56वें मिनट), चेन यांग (31वें मिनट) और टैन जिनझुआंग (47वें मिनट) ने चीन के लिए गोल किए।
सुपर 4 के अंत में शीर्ष दो टीमें फाइनल के लिए क्वालिफाई करेगी। विजेता एशिया कप ट्रॉफी के साथ-साथ 2026 हॉकी विश्व कप में भी जगह बना लेगी। भारतीय पुरुष टीम ने इससे पहले रविवार (7 सितंबर) को राजगीर में संपन्न हुए पुरुष एशिया कप को जीतकर विश्व कप में अपनी टिकट पक्की कर ली थी। चीन के खिलाफ हास के बाद सलीमा टेटे की टीम इंडिया का क्या होगा? भारत, चीन, कोरिया और जापान के लिए सुपर 4 में एक-एक मैच शेष हैं। ऐसे में आइए जानते हैं भारतीय टीम कैसे फाइनल में पहुंच सकती है।
सुपर-4 अंक तालिका
चीन ने भारत को 1-4 से हराकर रविवार (14 सितंबर) को होने वाले फाइनल जगह बना ली है। चीन ने दो मैचों में छह अंक लेकर खिताबी मुकाबले के लिए क्वालीफाई कर लिया है। अब भारत, कोरिया और जापान में से एक टीम फाइनल में पहुंचेगी। भारत तीन अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि जापान और कोरिया के खाते में गुरुवार को 1-1 से ड्रॉ खेलने के बाद एक-एक अंक है।
13 सितंबर को होगा तय
अंतिम सुपर 4 मैच शनिवार (13 सितंबर) को भारत बनाम जापान और चीन बनाम कोरिया होगा। इन दो मैचों के बाद शीर्ष दो टीमें रविवार को खिताबी मुकाबले में पहुंचेंगी। तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमें कांस्य पदक के लिए प्लेऑफ में भिड़ेंगी।
फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को क्या करना होगा?
भारत को जापान से भिड़ना है। इसके बाद चीन और कोरिया के बीच मुकाबला होगा। अपने दमपर फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को जापान को हराना होगा। अगर भारत जापान को हरा देता है, तो उसके 6 अंक हो जाएंगे और इस तरह जापान और कोरिया दोनों बाहर हो जाएंगे। टूर्नामेंट के पहले पूल बी में जब दोनों टीमें आमने-सामने हुई थीं तो दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबला 2-2 से ड्रॉ रहा था।
महिला एशिया कप हॉकी में भारत की पहली हार, चीन ने हांगझू में 4-1 से जीता मैच
कोरिया की राह आसान नहीं
अगर भारत और जापान का मैच ड्रॉ रहा तो जापान फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाएगा, लेकिन इससे कोरिया के लिए रास्ता खुला रहेगा। भारत के 4 अंक होंगे और गोल का अंतर -1 रहेगा। कोरिया का ग्रुप डी -2 है, इसलिए उसे भारत से आगे निकलने के लिए चीन को दो गोल के अंतर से हराना होगा। चीन ने पूरे टूर्नामेंट में केवल एक गोल खाया है।
हारने पर टूर्नामेंट से बाहर
अगर भारत को जापान से हार मिलती है, तो सलिमा टेटे की टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाएगी। जापान के चार अंक हो जाएंगे और भारत के तीन अंक ही रह जाएंगे। फिर मुकाबला कोरिया और जापान में से एक टीम क्वालीफाई करेगी। कोरिया का लक्ष्य भारत के खिलाफ जापान के स्कोरलाइन को बेहतर करना होगा।