नेपाल की क्रिकेट टीम पहली बार एशिया कप में हिस्सा ले रही है। बुधवार को उन्होंने इस टूर्नामेंट में अपना पहला मुकाबला खेला जहां उन्हें पाकिस्तान से करारी हार मिली। नेपाल की शुरुआत भले ही निराशाजनक रही हो लेकिन उनकी कहानी जानने के बाद आप उनकी हिम्मत की मिसाल जरूर देंगे।
पहली बार एशिया कप में खेल रही है टीम इंडिया
नेपाल की टीम को एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के ग्रुप में रखा गया है। जो केवल एशियाई क्रिकेट में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी अपना दबदबा कायम कर चुकी हैं। सिर्फ खेल ही नहीं बल्कि आर्थिक तौर भी भारत और पाकिस्तान के क्रिकेटर्स काफी सक्षम है। वहीं नेपाली क्रिकेटर्स की हालत सैलरी के मामले में भारत में चपड़ासी से भी खराब है। वह भारत के दिहाड़ी मजदूर से केवल दोगुनी कमाई ही करते हैं।
बेहद कम है नेपाली क्रिकेटर्स का वेतन
भारत की तरह नेपाल में भी क्रिकेटर्स को सलाना करार के लिए तीन कैटेगरी में बांटा गया है। ग्रेड ए के खिलाड़ियों को नेपाली करेंसी के अनुसार हर महीने 60000 रुपए मिलते हैं। भारतीय मुद्रा में यह रकम 37719 रुपए हैं। वहीं बी ग्रेड के खिलाडि़यों को नेपाली करेंसी में 50 हजार रुपए (31412 भारतीय रुपए) और सी ग्रेड के खिलाड़ियों को 40000 रुपए (25 हजार रुपए) मिलते हैं।
दिहाड़ी मजदूर से केवल दो गुना ज्यादा है नेपाली क्रिकेटर्स की सैलरी
भारत में मनरेगा के मुताबिक एक दिहाड़ी मजदूर की एक दिन की कमाई कम से कम 600 रुपए हैं यानी वह महीने में 18 हजार रुपए कमाते हैं। नेपाली क्रिकेटर्स का वेतन भारतीय मजदूर से केवल दोगुना है। सैलरी भले ही कम हो लेकिन नेपाली क्रिकेटर्स और वहां के फैंस का जुनून देखने लायक है। बीते समय में नेपाली फैंस की कई तस्वीरें वायरल हुईं थीं जहां वह अपनी टीम को चीयर करने लिए पेड़ों तक पर चढ़ गए थे। नेपाली क्रिकेटर्स के लिए यही प्यार सबसे बड़ी ताकत और हिम्मत है।