एशिया कप 2023 में रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच सुपर-4 का मुकाबला खेला जाएगा। कोलंबो के आर प्रेमदासा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले इस मैच पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है। मैच के लिए रिजर्व डे रखने का फैसला किया गया है जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। बांग्लादेश के कोच ने पहले यह बयान दिया कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं दी गई। वहीं बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने बयान के कुछ घंटे भीतर ही अपने कोच को झूठा साबित कर दिया।

रिजर्व डे के फैसले से खुश नहीं बांग्लादेशी कोच

श्रीलंका के कोच क्रिस सिल्वरवुड और बांग्लादेशी कोच चंद्रीका हाथुरासिंघा भारत-पाकिस्तान मैच के लिए रखे गए रिजर्व डे के फैसले से खुश नहीं थे। नौ सितंबर को दोनों टीमों का सामना होना है और इससे पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बांग्लादेश कोच ने अपनी नाराजगी जाहिर भी की।

उन्होंने कहा, ‘एशिया कप की टेक्निकल कमेटी में छह देशों के प्रतिनिधि हैं तो उन्होंने किसी और वजह से यह फैसला लिया है। यह सही नहीं है, हमें भी एक अतिरिक्त दिन दिया जाना चाहिए था। मैं इस पर और बयान नहीं देना चाहता क्योंकि फैसला किया जा चुका है। अगर हमसे पूछा जाता तो हम जरूर अपनी राय रखते।’ उनके इस बयान से यह साफ था कि टीम को इसकी जानकारी नहीं थी।

बीसीबी ने दी सफाई

इस बयान के महज कुछ घंटे बाद ही बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने आधिकारिक बयान देकर अपने ही कोच को गलत बताया। उन्होंने ट्वीट करके लिखा, ‘एशिया कप सुपर 4 स्टेज में भारत और पाकिस्तान के मैच के लिए रिजर्व डे रखा गया है। हम साफ करना चाहते हैं कि यह फैसला चारों टीमों और एसीसी की सहमति के साथ किया गया है।’ श्रीलंका क्रिकेट ने भी इसी तरह का ट्वीट करके फैसले में अपनी सहमति के बारे में बताया।

दोनों बोर्ड के लगभग एक जैसे ट्वीट के बाद मीम की बाढ़ आ गई। लोग बांग्लादेश और श्रीलंका बोर्ड को बीसीसीआई के सामने झुकने के लिए ट्रोल करने लगे। कुछ ने लिखा कि बोर्ड को बीसीसीआई से पैसा मिला है। वहीं कुछ ने उन्हें एक जैसा ट्वीट करने के लिए नकलची भी कहा।

श्रीलंका के कोच सिलवरवुड भी इस फैसले से हैरान नजर आए। उन्होंने कहा, ‘बेशक मैं यह सुनकर हैरान रह गया था। हम आयोजक नहीं है तो हम इसके बारे में बहुत कुछ नहीं कर सके।’ उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इससे परेशानी तब होगी जब भारत और पाकिस्तान को अंक मिले और अंकतालिका पर उसका असर होगा।