पिछले महीने कुश्ती से संन्यास लेने वाली पहलवान विनेश फोगाट को उनके ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं होने का नोटिस भेजा गया है। डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में सैंपल लेने की तिथि पर उन्हें उनके पूर्व-घोषित स्थान पर नहीं पाया था। राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (NADA) के अधिकारी कथित तौर पर 9 सितंबर को हरियाणा के खरखौदा में विनेश के घर पहुंचे। हालांकि, वह अपना डोप सैंपल देने के लिए उपलब्ध नहीं थीं। नतीजतन, डोपिंग निरोधक एजेंसी ने उन्हें नोटिस भेजा और 14 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा।
ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं होने के लिए नोटिस
पता चला है कि यह पहली बार है जब उन्हें कथित ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं होने के लिए नोटिस दिया गया है। नतीजतन, भले ही वह अपनी गलती स्वीकार कर लें, लेकिन विनेश पर प्रतिबंध लगने की संभावना नहीं है। डोपिंग रोधी नियमों के अनुसार, कोई खिलाड़ी अगर 12 महीने में तीन बार स्थल की जानकारी संबंधित नियमों का उल्लघंन करता है तब ही नाडा (NADA) एथलीट को आरोपित कर सकता है।
पेरिस की निराशा के बाद कुश्ती से लिया था संन्यास
विनेश ने पेरिस ओलंपिक में फाइनल में जगह बनाने के बावजूद अधिक वजन होने के कारण पदक नहीं हासिल करने की निराशा के बाद खेल से संन्यास की घोषणा की थी। विनेश और उनके साथी पहलवान बजरंग पूनिया हाल में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। विनेश फोगाट जुलाना निर्वाचन क्षेत्र से आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। वह इन दिनों जुलाना निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार में व्यस्त हैं।
नाडा के पंजीकृत परीक्षण पूल (आरटीपी) में पंजीकृत सभी खिलाड़ियों को डोप जांच के लिए अपनी उपलब्धता के बारे में जानकारी देना जरूरी है और इन खिलाड़ियों में विनेश भी शामिल हैं। अगर खिलाड़ी ने जिस स्थान की जानकारी दी है और वह उस स्थान पर उपलब्ध नहीं होता तो इसे ठिकाने की जानकारी देने की विफलता माना जाता है।
जांच के लिए उपलब्ध नहीं थीं विनेश फोगाट: नोटिस
पीटीआई के अनुसार, नाडा ने अपने नोटिस में पहलवान से राजनेता बनीं विनेश के लिए लिखा है कि उन्होंने अपने रहने के स्थल की जानकारी नहीं बताने की गलती की है क्योंकि वह नौ सितंबर को सोनीपत के खरखौदा गांव में अपने घर पर डोप जांच के लिए उपलब्ध नहीं थीं।
नाडा के नोटिस में कहा गया है, ‘आपको डोपिंग रोधी नियमों के अंतर्गत रहने के स्थल की जानकारी संबंधित जरूरतों का पालन करने में स्पष्ट विफलता के बारे में सूचित करने के लिए एक औपचारिक नोटिस दिया जाता है। इस मामले पर अंतिम फैसला लेने से पहले आपको इस पर सफाई देने के लिए कहा जाता है।’
नोटिस में यह भी कहा गया है, ‘एक डोप नियंत्रण अधिकारी (डीसीओ) को आपकी जांच के लिए उस समय उस दिन उस स्थल पर भेजा गया था लेकिन वह ऐसा करने में असमर्थ रहा क्योंकि आप उस जगह पर मौजूद नहीं थीं।’
यह है नियम
विनेश को या तो इस उल्लघंन को स्वीकार करना होगा या यह सबूत देना होगा कि वह उस स्थान पर लगभग 60 मिनट तक मौजूद थीं। हालांकि, यहां यह जिक्र किया जाना जरूरी है कि ठहरने की जगह संबंधित विफलता डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन नहीं है। कोई खिलाड़ी अगर 12 महीने में तीन बार स्थल की जानकारी संबंधित नियमों का उल्लघंन करता है तो ही नाडा एथलीट को आरोपित कर सकता है।