वर्ल्ड कप 2023 में बांग्लादेश ने श्रीलंका के ऑलराउंडर एंजलो मैथ्यूज को टाइम आउट कर दिया। वह 146 साल के इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास में इस तरह से आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने। टाइम आउट को लेकर नियम है कि बल्लेबाज के आउट होने या रिटायर होने के बाद अगले बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर गेंद का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। वर्ल्ड कप 2023 में इसे लेकर 2 मिनट का नियम है।
एंजलो मैथ्यूज से पहले इस सूची में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का नाम हो सकता था। साल 2007 का यह मामला है। तब साउथ अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ ने बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन की तरह नहीं मानते तो दादा को लौटना ही पड़ा होता। वह 6 मिनट लेट थे। इसके बाद भी खेले।
दादा की नहीं थी गलती
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तानों में से एक स्टीव वॉ तक जानते हैं कि सौरव गांगली समय पर नहीं आते, लेकिन यहां दादा की गलती नहीं थी। केपटाउन में 2007 टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की दूसरी पारी में गांगुली को अचानक पता चला कि उन्हें बल्लेबाजी करनी है। दूसरे ओवर की दूसरी गेंद तक दोनों ओपनर पवेलियन लौट गए थे।
सचिन तेंदुलकर क्यों नहीं कर पाए बैटिंग
नंबर 4 पर खेलने वाले सचिन तेंदुलकर को अंपायर्स ने बल्लेबाजी करने की अनुमति नहीं दी, क्योंकि उन्होंने पिछली शाम तीसरे दिन मैदान से बाहर समय बिताया था। सुबह 10.43 बजे जब वसीम जाफर आउट हुए तो फोर्थ अंपायर मरे ब्राउन ने बताया कि तेंदुलकर 10.48 बजे तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते। इस नियम की किसी को जानकारी नहीं थी।
डारेल हार्पर ने क्या कहा था?
ऑन-फील्ड अंपायर डारेल हार्पर ने बाद में कहा था, ” हम हर दिन खिलाड़ियों को यह याद नहीं दिलाते कि वे एलबीडब्ल्यू आउट हो सकते हैं या कैच या बोल्ड हो सकते हैं। खिलाड़ियों को नियम पता होना चाहिए।” नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने वीवीएस लक्ष्मण आए, वह उस वक्त नहा रहे थे। उन्हें बैटिंग से पहले नहाना पसंद था।
ग्रीम स्मिथ को नहीं थी कोई दिक्कत
अब सौरव गांगुली से जल्दी तैयार होने की कोशिश की, लेकिन काफी समय बीत गया। हार्पर ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ को स्थिति बताई, जिन्होंने बगैर किसी दिक्कत के गांगुली को खेलने दिया। तब राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के कप्तान थे और दूसरे छोर पर बल्लेबाज थे। गांगुली (89 गेंदों में 46 रन) दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे, लेकिन भारत 169 रन पर आउट हो गया। दक्षिण अफ्रीका वह मैच जीत गया।
टाइम आउट कब बना नियम
टाइम आउट को 1980 के कोड में क्रिकेट के नियमों में जोड़ा गया था। 2000 कोड में इसे संशोधित कर 3 मिनट कर दिया गया था। विश्व कप 2023 में यह केवल 2 मिनट का है। 1775 में पहली बार प्रिंट हुए क्रिकेट के नियमों के अनुसार किसी बल्लेबाज के आउट होने पर अगले बल्लेबाज को क्रीज पर आने के लिए दो मिनट का समय होता था।