ओइनम बेमबेम देवी

मणिपुर में हुई हिंसा के बाद वहां शांति स्थापित करने की हर संभव कोशिश सरकार की ओर से की जा रही है। खुद गृहमंत्री अमित शाह मणिपुर के दौरे पर हैं और उन्होंने वहां स्थिति का जायजा भी लिया, लेकिन इस बीच राज्य के टॉप एथलीट्स ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर राज्य में जल्द शांति स्थापित नहीं हुई तो वह अवॉर्ड वापसी शुरू करेंगे। इन एथलीट्स ने गृह मंत्री से मुलाकात की मांग की है।

गृहमंत्री से मिलना चाहते हैं खिलाड़ी

एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर के राज्य स्तर पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों ने सरकार को धमकी देते हुए कहा है कि हम अपने राज्य में जल्द से जल्द शांति बहाली देखना चाहते हैं, यह अच्छी बात है कि सरकार प्रयास कर रही है, लेकिन उसका असर अभी दिख नहीं रहा है। ऐसे में हमने गृहमंत्री से मिलने की मांग की है, हमें उम्मीद है कि वह हमारी बात सुनेंगे और उसे समझेंगे, क्योंकि हमने खेल में इतना योगदान दिया है। इन खिलाड़ियों का कहना है कि हमारा एक सूत्रीय एजेंडा यही है कि मणिपुर में हिंसा समाप्त हो और शांति बहाल की जाए, अगर सरकार इसमें विफल रहती है तो हम अपने अवॉर्ड वापस करेंगे।

राज्य की फुटबॉलर ने उठाई आवाज

मणिपुर की फुटबॉलर ओइनम बेमबेम देवी ने दिल्ली में चल रहे पहलवानों के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा है कि एक एथलीट के लिए उसका खेल और देश के लिए उसके योगदान से बढ़कर कोई सम्मान नहीं है, इसलिए पुरस्कार या मेडल लौटाना बहुत मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में विरोध जता रहे हमारे पहलवानों को भी अपने मेडल गंगा में बहाने का फैसला लेना पड़ा, यह बहुत दुख वाली बात है।

‘पहलवानों के साथ जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था’

बेमबेम देवी ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पुनिया के नेतृत्व वाले विरोध में आंतरिक रूप से क्या चल रहा है, लेकिन उनके साथ 28 मई को दिल्ली में जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था। यह खिलाड़ी हमारे देश का गौरव हैं और उनके साथ ऐसी ज्यादती होगी तो यह बहुत दुखद है, सरकार को उनकी समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकालना ही चाहिए। बेमबेम देवी ने कहा कि हमारी समस्या पहलवानों से अलग है, हम अपने राज्य को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

पहाड़ी हिस्सों में हो रही है हिंसा- बेमबेम देवी

बेमबेम देवी ने आगे कहा है कि राज्य में कई हफ्तों से हिंसा हो रही है, जो चिंता की बात है। मैं इम्फाल में रहती हूं जहां अभी शांति बनी हुई है, लेकिन पहाड़ी हिस्सों में हालात ठीक नहीं हैं, वहां स्थिति चिंताजनक है। वहां की कई घटनाएं मुझे परेशान कर रही हूं। एक घटना के बारे में मुझे पता चला कि एक 80 वर्षीय महिला का घर जला दिया गया था और एक बुजुर्ग व्यक्ति को आग के हवाले कर दिया गया।