भारतीय तेज गेंदबाज एक बार फिर से नए विवाद में फंस गए हैं। बुधवार (14 नवंबर, 2018) को कोलकाता की एक अदालत ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी को निर्देश दिया कि वह 15 जनवरी को उसके समक्ष पेश हों। शमी के खिलाफ उनकी पत्नी हसीन जहां ने चेक बाउंस होने के मामले में शिकायत दर्ज करवाई थी। कोर्ट ने शमी को इसी मामले में तलब किया है। बता दें कि क्रिकेटर मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच निकाह को लेकर विवाद चल रहा है। अलीपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहम्मद जफर परवेज ने कहा कि अगर शमी निजी तौर पर उपस्थित नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जा सकता है।
शमी की पत्नी हसीन जहां ने एनआई एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज कराया है। हसीन जहां का आरोप है कि क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने उनके साथ समझौता किया था कि वह उन्हें हर महीने मासिक खर्च के तौर पर एक निश्चित रकम देंगे। शमी ने हसीन जहां को पैसों का भुगतान चैक से किया था। लेकिन बाद में उन्होंने उस चैक का भुगतान रोक दिया।
मामले की सुनवाई करने वाले न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शमी को बुधवार को अदालत के सामने पेश होने के लिए कहा था। लेकिन शमी नहीं आए। इससे पहले कोर्ट ने उन्हें अक्टूबर में पेश होने के लिए कहा था लेकिन वह तब भी हाजिर नहीं हुए थे। वहीं शमी के वकील एसके सलीम रहमान ने न्यायाधीश परवेज के समक्ष अपील की थी कि शमी को वकील के जरिए पेश होने की स्वीकृति दी जाए। शमी के वकील से न्यायाधीश परवेज ने कहा कि कानून सभी के लिए बराबर है और शमी को निजी तौर पर 15 जूनवरी 2019 को पेश होने का निर्देश दिया।