गत मंगलवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे ने यह साबित किया कि क्रिकेट में सबकुछ इतना भी नहीं खराब हुआ है और यहां अभी भी ऐसे क्रिकेटर बचे हैं जो इस खेल की कद्र करते हैं। रहाणे ने एकबार फिर साबित किया कि आखिर क्यों क्रिकेट को भद्र जनों का खेल कहा जाता है। मुंबई इंडियंस की टीम राइजिंग पुणे सुपरजाएंट द्वारा दिए गए 162 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी पारी के 19वें ओवर में थी। मुंबई की टीम हार के कगार पर थी। उसे आखिरी सात गेंदों पर जीत के लिए 36 रन बनाने थे। आईपीएल 10 के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज जयदेव उनादकट 19वां ओवर डाल रहे थे। उन्होंने इस ओवर की आखिरी गेंद स्लो आॅफ कटर डाली, जिसे मिशेल मैक्कलैनैघन ने बहुत अच्छे से पिक किया और लॉन्ग आॅन बाउंड्री लाइन के उपर खेल दिया। अजिंक्य रहाणे ने गजब की फील्डिंग करते हुए गेंद को कैच कर लिया, लेकिन उनके शरीर का संतुलन गड़बड़ हो गया था, इससे पहले कि वो सीमा रेखा के अंदर गिरते, उन्होंने गेंद स्टीव स्मिथ की तरफ उछाल दिया।
https://t.co/WKsA4ck7Fd #VIVOIPL via @ipl
— Cricket-atti (@cricketatti) May 17, 2017
स्टीव स्मिथ ने गेंद को लपक लिया और बेहतरीन फील्डिंग पर खुश होते हुए जश्न मनाने लगे। अजिंक्य रहाणे सीमा रेखा के अंदर गिरे हुए थे और उन्होंने अंपायर के इशारे का इंतजार किए बिना ही खुद छह रन का इशारा कर दिया। अजिंक्य रहाणे की बात पर स्टीव स्मिथ को भरोसा नहीं हो रहा था कि उन्होंने कैच सफाई से नहीं पकड़ा है और गेंद को लपकते वक्त उनका पैर सीमा रेखा को छू गया है। यहां तक कि अंपायर्स को भी यह भरोसा नहीं हुआ कि रहाणे से कैच सफाई के साथ नहीं पूरा हुआ है और उनका पैर सीमा रेखा से छू गया है। अंपायर ने थर्ड अंपायर की तरफ रिप्ले के लिए इशारा किया। रिप्ले में यह साफ था कि रहाणे ने जब गेंद लपका उनका पैर सीमा रेखा को छू गया था। थर्ड अंपायर ने इसे सिक्स करार दिया। अजिंक्य रहाणे ने बेहतरीन क्षेत्ररक्षण तो किया ही, इससे पहले उन्होंने मैच में ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में पुणे को खराब शुरुआत से उबारते हुए मनोज तिवारी के साथ दूसरे विकेट के लिए 80 रनों की साझेदारी की थी और 56 रन की पारी खेलकर आउट हुए। इस मैच में पुणे ने मुंबई को 20 रन से हरा दिया और फाइनल में स्थान बनाया।
