आईसीसी डब्ल्यूटीसी चैंपियनशिप के फाइनल के तीसरे दिन भारतीय क्रिकेट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे न्यूजीलैंड के नील वैगनर की गेंद पर आउट हुए। वह भारत के हाइएस्ट स्कोरर रहे, लेकिन एक रन से अपने अर्धशतक से चूक गए। उनके आउट होने के तरीके को लेकर वीवीएस लक्ष्मण बहुत खफा हैं।

उन्होंने सचिन तेंदुलकर की उस सलाह को भी याद किया जिसे रहाणे से भी जोड़ा जा सकता है। भारतीय दिग्गज ने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन की कप्तानी बहुत तारीफ भी की। वीवीएस लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान रहाणे की कमजोरी की ओर ध्यान दिलाया। लक्ष्मण ने कहा, ‘मैं केन विलियमसन की कप्तानी से काफी प्रभावित हूं। मुझे लगा कि अजिंक्य रहाणे की आंखें जम चुकी थीं।’

लक्ष्मण ने कहा, ‘रहाणे काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। वह दूसरे दिन के मुकाबले बेहतर बल्लेबाजी कर रहे थे। लेकिन यह अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाजी का पैटर्न बन चुका है। न्यूजीलैंड ने क्राइस्टचर्च में भी उनके खिलाफ यही रणनीति अपनाई गई थी। उन्हें इस बात को समझने की जरूरत है।’

लक्ष्मण ने कहा, ‘आप नील वैगनर और केन विलियमसन की प्लानिंग को देखें। वहां 5वीं गेंद तक कोई फील्डर नहीं था। बाद में वहां और बैकवर्ड शॉर्ट-लेग पर फील्डर्स लगाए गए। इस कारण रहाणे को आधे-अधूरे मन से पुल शॉट खेलना पड़ा। उस शॉट में कोई दम नहीं था। इसे लेकर रहाणे भी काफी निराश होंगे।’

उन्होंने कहा, ‘मेरे क्रिकेटिंग करियर की शुरुआत में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने मुझे सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर आप कामयाब होना चाहते हैं तो आपको दो क्षेत्रों में सहज होने की जरूरत है।’

सचिन ने मुझसे कहा था, ‘सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कि आपका ऑफ स्टम्प कहां हैं। पता होना चाहिए कि गेंद जब ऐसी जगह पिच हो जहां समझना मुश्किल हो तो कैसे खेलना है। आपको उसका सामना करना आना चाहिए। आपको बाउंसर को छोड़ना या डिफेंड करना भी आना चाहिए।’

उन्होंने आगे कहा, ‘विपक्षी टीम को पता है कि आप आदतन पुल या हुक शॉट खेलते हैं, इसलिए वे आपको काफी बाउंसर फेंकेंगे और उसके हिसाब से ही फील्ड सेट करेंगे।’ रहाणे शॉर्ट बॉल को अच्छा खेलते हैं। वह पुल और हुक भी अच्छा करते हैं। हालांकि, रविवार को यही उनके आउट होने का कारण बना। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण खुद शॉर्ट पिच बॉलिंग के खिलाफ बढ़िया बैटिंग करते थे।

न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के तीसरे दिन भारतीय टीम 217 रन पर सिमट गई। रहाणे को आउट करने में कीवी कप्तान केन विलियमसन की अहम भूमिका रही। उन्होंने नील वैगनर से बात करने के बाद रणनीति बनाई, जिसमें रहाणे फंस गए।