पाकिस्तान के बल्लेबाज अहमद शहजाद ने कहा कि जिस तरह का उनके साथ ड्रेसिंग रूम में उनके साथ व्यवहार हुआ, उससे वह बहुत आहत थे। उन्हें 2016 में टीम से भी बाहर कर दिया गया। शहजाद ने दावा किया कि उनका करियर तत्कालीन कोच वकार यूनिस की पीसीबी के सामने पेश रिपोर्ट से काफी प्रभावित हुआ। इसमें कहा गया है कि शहजाद और उमर अकमल को अपने खेल में सुधार करने के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा।

शहजाद ने क्रिकेट पाकिस्तान से कहा, “मैंने खुद रिपोर्ट नहीं देखी है, लेकिन पीसीबी के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि ये टिप्पणी मेरे बारे में की गई थी। लेकिन मेरा मानना है कि इन चीजों पर आमने-सामने चर्चा की जानी चाहिए और मैं उस चुनौती को लेने के लिए तैयार हूं। फिर हम देखेंगे कि कौन सही है और कौन गलत।”

दाएं हाथ के बल्लेबाज की तुलना टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली से होती थी। उन्हें पाकिस्तान का कोहली भी कहा जाता था। उन्होंने कहा कि इस टिप्पणी से उनके करियर को नुकसान पहुंचा और उन्हें अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया गया। शहजाद ने कहा कि भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली का करियर इसलिए आगे बढ़ा क्योंकि उन्हें एमएस धोनी जैसे मेंटर मिला।

शाहजाद ने कहा, “मैंने यह पहले भी कहा है और फिर से कह रहा हूं कोहली का करियर आगे बढ़ा क्योंकि उनके पास एमएस धोनी थे, लेकिन दुर्भाग्य से यहां पाकिस्तान में, आपके लोग आपकी सफलता को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हमारे सीनियर खिलाड़ी और पूर्व क्रिकेटर क्रिकेट दुनिया में किसी को सफल होते देखकर पचा नहीं पा रहे हैं, जो कि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। “

शहजाद ने 2009 में 17 साल की उम्र में पदार्पण किया था। वह शीर्ष क्रम में आक्रामक बल्लेबाजी के लिए प्रसिद्ध थे। हालांकि शहजाद को कुछ मैचों के बाद टेस्ट और एकदिवसीय टीम से बाहर कर दिया गया । 2019 में फिर से बाहर किए जाने से पहले वह कभी-कभार टी-20 मैच खेलते दिख जाते थे। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने तब से पाकिस्तान के लिए नहीं खेला है।