महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद भारतीय टीम को एक अदद मैच फिनिशर की तलाश थी। हार्दिक पंड्या अब इस खाली जगह को पाटते नजर आ रहे हैं। आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में शानदार प्रदर्शन के बाद क्रिकेट पंडितों ने पंड्या को ‘बेस्ट फिनिशर’ की उपाधि दी है। कोरोना संक्रमण के कारण 2020 के सत्र में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला गया लेकिन इस हरफनमौला खिलाड़ी ने आइपीएल 2020 में खेली गर्इं पारियों से खुद को साबित किया है।

चोटिल होने के बाद आइपीएल के सहारे पंड्या ने वापसी की और बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया। दुनिया के बेहतरीन हरफनमौलाओं के बीच तेजी से उभरते मुंबई के इस खिलाड़ी ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों विधाओं में भारतीय टीम के लिए अहम योगदान दिया है। हालांकि गेंदबाजी के लिए पूरी तरह फिट नहीं होने के कारण पंड्या बल्लेबाज के तौर पर आस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 में कहर बरपा रहे थे। दूसरे टी-20 में मैन आॅफ द मैच रहे पंड्या ने 22 गेंदों में 42 रन बनाए। साथ ही एकदिवसीय शृंखला के दौरान भी उन्होंने तीन मैचों में 210 रन बनाए। बल्लेबाजी काबिलियत को साबित करने के लिए उनका यह प्रदर्शन काफी है।

एक फिनिशर के तौर पर पंड्या के बल्लेबाजी आंकड़ों को देखें तो दिनो-दिन यह उम्दा होते जा रहे हैं। दूसरे टी-20 के दौरान भारत को जीत के लिए अंतिम दो ओवर में 25 रनों की दरकार थी। उन्होंने अंतिम ओवर में दो छक्के लगाकर दो गेंद बाकी रहते ही भारत को जीत दिला दी। इस पारी के दौरान उनकी बल्लेबाजी काफी संतुलित दिखी। अब इस खिलाड़ी के पुराने आंकड़ों (आइपीएल 16-20 ओवर) को देखें तो 2015 से 2019 के बीच अंतिम ओवरों में पंड्या ने बेहतरीन स्ट्राइक रेट से रन बटोरे हैं। 2015 में उनका स्ट्राइक रेट 220.93 का था तो 2019 में यह 235.29 का रहा।

वहीं आइपीएल में तेज गेंदबाजों के खिलाफ 16-20 ओवर के दौरान पंड्या का स्ट्राइक रेट जबरदस्त रहा है। 2015 में उन्होंने 214.29 की स्ट्राइक रेट से तेज गेंदबाजों को धोया, तो 2019 में यह 227.63 पहुंच गया। 2020 आइपीएल में पंड्या ने 14 मैचों में 281 रन बनाए। इस दौरान राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 21 गेंदों में 60 रनों की नाबाद पारी किसे याद नहीं है। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 285.71 का रहा जिसमें सात छक्के शामिल थे।

इस सत्र में पंड्या ने 178.98 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। तेज गेंदबाजों के खिलाफ पंड्या का सिर्फ स्ट्राइक रेट ही नहीं रन औसत भी बेहतर हो रहा है। अंतिम पांच ओवर में रट बटोरने का उनका औसत 50 के करीब पहुंच गया है। वहीं तेज गेंदबाजों के खिलाफ यह 57.67 के करीब है।

पंड्या की संपूर्ण बल्लेबाजी को तीन हिस्सों में देखें तो पावरप्ले, मध्य ओवर और अंतिम के चार-पांच ओवर में से तीसरे हिस्से में वे काफी प्रभावी नजर आते हैं। पावरप्ले यानी 1-6 ओवर के दौरान पंड्या का स्ट्राइक रेट काफी कम रहा है। यह 55 के करीब रहा। वहीं मध्य ओवरों में उन्होंने लगभग 115 की स्ट्राइक रेट से रन बटोरे। अंतिम ओवरों में पंड्या ने अपने करिअर में सबसे ज्यादा रन बनाए। इन ओवरों में उनका स्ट्राइक रेट भी करीब 180 का रहा है।

टी-20 विश्व कप में करेंगे धमाल

आइपीएल के बाद भारतीय टीम के लिए पंड्या का यह प्रदर्शन सिर्फ एक मैच या शृंखला तक ही अहमियत नहीं रखता बल्कि आगामी टी-20 विश्व कप के दौरान उनका यह फॉर्म जारी रहता है, तो विरोधी टीमों के लिए उन्हें रोकना काफी मुश्किल होगा। कप्तान विराट कोहली के अलावा भारतीय दिग्गज भी यही मानते हैं कि पंड्या के इस प्रदर्शन से धोनी की कमी कुछ हद तक पूरी हुई है। भारतीय टीम के लिए पंड्या कई माने में अहम हैं। एक बल्लेबाज के साथ मध्यम तेज गेंदबाज के तौर पर उनकी सफलता टीम को मुश्किल हालातों से बाहर आने में मदद करेगी। वहीं विराट के मिशन टी-20 विश्व कप के लिहाज से टीम को एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के लिए जगह नहीं बनानी पडेगी।