ओलंपिक चैंपियन जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के बाद अब भारत की बेटी पारुल चौधरी ने विदेश में देश का मान बढ़ाया है। भारत की स्टार ट्रैक एथलीट पारुल चौधरी ने 2 जुलाई 2022 की रात अमेरिका में साउंड रनिंग सनसेट टूर1 (Sound Running Sunset Tour1) में 3000 मीटर रेस में कांस्य पदक जीता।

यह इवेंट कैलिफोर्निया प्रांत के लांज एंजिल्स शहर स्थित जैक केम्प स्टेडियम में खेला गया। पारुल चौधरी ने 8:57:19 मिनट में 3000 मीटर की दूरी तय की और राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ा। वह महिला 3000 मीटर स्पर्धा में 9 मिनट से कम का समय निकालने वाली देश की पहली एथलीट बनीं।

महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में विशेषज्ञता रखने वाली पारुल चौधरी दो लैप के बाद पांचवें स्थान पर चल रही थीं, लेकिन इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की और न सिर्फ राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया, बल्कि पोडियम में तीसरा स्थान भी हासिल किया।

27 साल की पारुल चौधरी ने 7 सेकंड के अंतर से सूर्या लोगनाथन का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। तमिलनाडु के पुड्डूकोट्टाई में 7 जुलाई 1990 को जन्मीं सूर्या लोगनाथन ने अप्रैल 2016 में नई दिल्ली में 9:04.5 मिनट के समय के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।

नीरज चोपड़ा ने 30 जून 2022 को दुनिया के सबसे प्रतितिष्ठत टूर्नामेंट्स स्टॉकहोम डायमंड लीग में कांस्य पदक जीता था। तब नीरज ने 89.94 मीटर का लंबा थ्रो किया था। नीरज चोपड़ा ने इससे पहले 14 जून 2022 को पावो नूरमी गेम्स में 89.03 मीटर थ्रो किया था। उन्होंने तब भी अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा था।

पारुल चौधरी अब अमेरिका के ओरेगॉन में 2022 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 3000 मीटर स्टीपलचेज में प्रतिस्पर्धा करती नजर आएंगी। उन्होंने इस साल अपने सीजन की शुरुआत में मार्च में केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम (त्रिवेंद्रम) में हुई इंडियन ग्रांड प्रिक्स में 3000 मीटर स्टीपलचेज में 9:38:29 मिनट के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता था। यह उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

उन्होंने इसके बाद मई 2022 में भुवनेश्वर में इंडियन ग्रांड प्रिक्स में 3000 मीटर स्टीपलचेज (Steeplechase) में भी स्वर्ण पदक जीता था। हालांकि, तब उनकी टाइमिंग थोड़ा बढ़ (9:42.24 मिनट) गई थी। पिछले महीने 12 जून को चेन्नई के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी इस इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था। तब उन्होंने 9:42.16 मिनट का समय लिया था।

मेरठ के दौराला के इकलौता गांव की रहने वालीं पारुल चौधरी मामूली अंतर से टोक्यो ओलंपिक में क्वालिफाई करने से चूक गई थीं। हालांकि, किसान परिवार में जन्मीं पारुल चौधरी ने एशियन गेम्स के लिए क्वालिफाई कर लिया। एशियन गेम्स इस साल 10 सितंबर से 25 सितंबर के बीच चीन के हांगझोऊ शहर में होने थे, लेकिन कोरोना वायरस के फिर बढ़ते प्रकोप के कारण इसे स्थगित कर दिया गया है।