Pakistan vs England, T20I Match: छठे टी20 में इंग्लैंड से पाकिस्तान की करारी हार के बाद वसीम अकरम ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों की मैदान के हर हिस्से में बाउंड्री मारने की क्षमता पर सवाल उठाया। उन्होंने एक टेलीविजन चैट में बल्लेबाजी कोच मोहम्मद युसूफ से पूछा, 360 को भूल जाओ, क्या वे 180 डिग्री भी खेल सकते हैं? छठे टी20 मैच में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को 8 विकेट से हराया था। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 169 रन बनाए थे। इंग्लैंड ने 14.3 ओवर में 2 विकेट पर ही 170 रन बना लिए थे।

इंग्लैंड की जीत में विकेटकीपर फिलिप साल्ट (41 गेंद, 88 रन, 13 चौके, 3 छक्के), एलेक्स हेल्स (12 गेंद, 27 रन, 4 चौके, एक छक्का) और बेन डकेट (नाबाद 26 रन, 16 गेंद, 4 चौके) ने अहम भूमिका निभाई थी। अकरम ने बेन डकेट का उदाहरण देते हुए अपने पूर्व सहयोगी से पूछा, ‘बेन डकेट गेंदबाज को, विशेष रूप से स्पिनर्स को सेट नहीं होने देता। वह हर जगह शॉट्स मरता है।’

अकरम ने कहा, ‘अगर मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेलूं, तो मुझे पता होगा इन्होंने किधर शॉट्स मारना है। वह वर्सटाइल नहीं है। कोई कोशिश भी नहीं करता। 360 तो कहने के लिए बहुत है, 180 ही कर लें। ये प्रैक्टिस करते हो आप और अगर करते हो तो लागू क्यों नहीं करते?’

युसूफ ने जानी-पहचानी मुस्कान बिखेरते हुए कहा कि वह अपने बल्लेबाजों की विकेट के चारों ओर मारने की क्षमता में सुधार करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं एक सतर्क प्रयास कर रहा हूँ। मैं सकलैन भाई से इस बारे में बात करता हूं। जब वे स्पिनर्स को खिलाते हैं तो मैं पीछे खड़ा होता हूं और अपने बल्लेबाजों को कई अलग-अलग शॉट सुझाता हूं, इस शॉट को इस गेंद पर खेलें, इस गेंद पर यह शॉट खेलें।’

उन्होंने जोर देकर कहा, ‘परिणाम सामने आ रहे हैं। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ, खुशदिल ने रिवर्स-स्वीप का प्रयास किया; यहां भी, उन्होंने मोइन अली को अतिरिक्त कवर पर मारा.. इसलिए, हम कोशिश कर रहे हैं। मुझे नहीं पता कि मुझसे पहले के लोगों ने भी ऐसा किया है या नहीं, लेकिन मैं कोशिश करता रहता हूं, यहां तक कि चयनकर्ताओं और अन्य सहयोगी स्टाफ के बारे में भी बात करता हूं।’

अकरम ने एक और सवाल दाग दिया। उन्होंने कहा, ‘उन्हें इन स्ट्रोक्स को खेलने की आजादी और आत्मविश्वास कौन देता है? वे इसे कैसे हासिल करते हैं? आप नेट्स में कोशिश कर सकते हैं, लेकिन खेल में ऐसा करना मुश्किल है।’ यूसुफ ने उत्तर दिया, ‘पहला चरण नेट्स में अभ्यास करना है, दूसरा प्रैक्टिस मैच में उन्हें लागू करना है, लेकिन हमें बहुत ज्यादा नहीं मिलते (प्रैक्टिस मैच) हैं। हम कहते रहते हैं कि नीयत हो तो बाहर निकलने में कोई दिक्कत नहीं है।’

यूसुफ ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘आधुनिक खेल में इरादा हर गेंद पर एक चौका मारने का होता है, अगर यह एक मुश्किल गेंद है, तो एक सिंगल लें। यही आधुनिक क्रिकेट की मांग है। खिलाड़ी इसे जानते हैं और वे कोशिश कर रहे हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि खिलाड़ी एक-दूसरे से सीखने की कोशिश कर रहे हैं।

यूसुफ बोले, ‘मुझे याद है कि जब मैंने पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तो मेरे पास बहुत सारे शॉट नहीं थे, लेकिन मैंने सलीम मलिक, एजाज अहमद, सईद अनवर जैसे लोगों से बात करके बहुत कुछ सीखा और मुझे खेल में डेवलप होने में काफी साल लग गए। इस टीम में भी यह हो रहा है।’ अकरम ने फिर पाकिस्तानी टीम की आलोचना की।

वसीम अकरम ने कहा, ‘इंग्लैंड ने बल्लेबाजी, क्षेत्ररक्षण और इंटेंट, हर पहलू में मात दी। इंग्लैंड ने आखिरी मैच में फीयरलेस क्रिकेट खेली। फीयरलेस क्रिकेट। हम पिछले खेलों के बाद अधिक सतर्क थे, लेकिन इंग्लैंड इसके विपरीत था। पहले दो ओवर में ही खेल खत्म हो गया। वे कहीं नहीं रुके। जब हम बल्लेबाजी करते हैं तो हम खेल को 19वें ओवर तक ले जाना पसंद करते हैं। लेकिन वे बस मारते हैं, मारते रहते हैं। विपक्ष का मनोबल गिरता है।’