प्रत्यूष राज। शुक्रवार 13 सितंबर 2024 की सुबह 8:42 बजे, जब फिर से बारिश होने लगी और ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के आउटफील्ड के खुले हिस्से भीग गए, तो इतिहास रच गया, लेकिन यह ऐसा कतई नहीं था, जिस पर गर्व किया जा सके। अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट एक भी गेंद फेंके बिना रद्द कर दिया गया। साल 1998 के बाद ऐसा पहली बार हुआ जब बिना एक भी गेंद फेंके मैच रद्द कर दिया गया।

खराब मौसम, खराब जल निकासी, ग्राउंड स्टाफ की कमी और खराब सुविधाओं वाले स्टेडियम के कारण दोनों टीमें मैदान पर कदम नहीं रख पाईं। पहले दो दिन में मैच के दौरान बारिश नहीं हुई। सूरज भी निकला, फिर भी स्टेडियम में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। अफगानिस्तान क्रिकेट के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एकमात्र मैच के कार्यक्रम पर सवाल उठाए और मैदान की स्थिति पर निराशा भी जाहिर की।

अफगानिस्तान क्रिकेट के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच के शेड्यूल पर निराशा जाहिर की और स्टेडियम की खराब व्यवस्था को लेकर दुख भी जताया। जोनाथन ट्रॉट ने संवाददाताओं से कहा, ‘सुविधाओं के मामले में, हम निश्चित रूप से निराश हैं कि हम खेल नहीं पाए। इस समय टेस्ट मैच खेलने की कोशिश करना हमेशा मुश्किल होता है।’

न्यूजीलैंड को चुनौती नहीं दे पाने से निराश है अफगानिस्तान टीम

जोनाथन ट्रॉट ने कहा, ‘हम न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने और खुद को चुनौती देने के लिए बहुत उत्साहित थे। हमने अभ्यास मैच खेले थे और खुद को परिस्थितियों और मौसम के अनुकूल बनाया था, जो यहां बहुत ही अनोखा है। दुर्भाग्य से, मौसम ने हमारा खेल बिगाड़ दिया। मौसम ने हमारे लिए मैच खेलना मुश्किल बना दिया। हम बहुत निराश हैं।’

जोनाथन ट्रॉट ने निकट भविष्य में अफगानिस्तान के लिए एक निश्चित स्टेडियम की वकालत की। जोनाथन ट्रॉट ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर आपके पास एक निश्चित मैदान है तो आप आने वाली समस्याओं को सुलझा सकते हैं। मुझे लगता है कि यह शायद अतीत में बहुत ज्यादा टेस्ट क्रिकेट न खेलने और अब भी एक ऐसा स्टेडियम खोजने की कोशिश करने का नतीजा है।’

अफगानिस्तान ने 7 साल में खेले सिर्फ 9 टेस्ट मैच

जोनाथन ट्रॉट ने कहा, ‘2017 में टेस्ट दर्जा मिलने के बाद से, अफगानिस्तान ने केवल नौ अंतरराष्ट्रीय रेड-बॉल मैच खेले हैं। लेकिन मौजूदा FTP (2023 से 2027 तक) में अफगानिस्तान को 22 टेस्ट मैच खेलने हैं और जोनाथन ट्रॉट को उम्मीद है कि उनकी टीम अपने रेड बॉल मैच पर काम करेगी। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि अफगानिस्तान में पर्याप्त रेड बॉल क्रिकेट खेला जाता है। हम इस प्रारूप के लिए बहुत नए हैं।’

रेड बॉल के लिए भी दिखे जुनून

जोनाथन ट्रॉट ने कहा, ‘मुझे लगता है कि सुविधाओं के लिहाज से यह मुद्दा हो सकता है, लेकिन जुनून निश्चित रूप से मौजूद है। अब यह जुनून के साथ खिलाड़ियों को खेल के इस प्रारूप में बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता के बारे में है। मैं चाहता हूं कि अफगानिस्तान में लाल गेंद क्रिकेट को लेकर भी वैसा ही जुनून और इच्छा हो, जैसा व्हाइट बॉल के लिए है। मुझे लगता है कि यह हासिल किया जा सकता है, लेकिन इसमें समय लगेगा। बहुत प्रयास करने होंगे, इसके लिए प्रबंधन और खिलाड़ियों और कोचेस के बीच बहुत अधिक संवाद की आवश्यकता होगी।’