श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान की टीम एक बदलाव के साथ उतरी थी। कारण था नीदरलैंड्स के खिलाफ पाकिस्तान के शीर्ष क्रम का सस्ते में पवेलियन लौटा। खराब फॉर्म में चल रहे ओपनर फखर जमां को प्लेइंग 11 से बाहर किया गया। उनकी जगह अब्दुल्लाह शफीक को मौका मिला। श्रीलंका के खिलाफ शतक जड़कर शफीक ने न सिर्फ 36 साल का सूखा खत्म किया बल्कि फखर की टेंशन भी बढ़ा दी।शफीक 103 गेंद पर 10 चौके और 3 छक्के की मदद से 113 रन बनाकर आउट हुए। मथीसा पथिराना की गेंद पर दुशन हेमंथा ने शानदार कैच लपका।
श्रीलंका ने पाकिस्तान को 345 रन का टारगेट दिया। पाकिस्तान की ओर से अब्दुल्लाह शफीक और इमाम उल हक पारी की शुरुआत करने आए। पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। इमाम उल हक 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। बाबर आजम 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। तब पाकिस्तान का स्कोर 7.2 ओवर में 37 रन था। इसके बाद मोहम्मद रिजवान बल्लेबाजी करने आए।
अब्दुल्लाह शफीक ने मोहम्मद रिजवान के साथ 176 रन की साझेदारी
अब्दुल्लाह शफीक ने मोहम्मद रिजवान के साथ तीसरे विकेट के लिए 176 रन की साझेदारी की। शफीक ने चौके से 32वें ओवर में शतक पूरा किया। यह उनका वनडे में पहला शतक था। श्रीलंका के खिलाफ वर्ल्ड कप में 36 साल बाद पाकिस्तानी बल्लेबाज ने शतक जड़ा। इससे पहले 1987 में सलीम मलिक और जावेद मियांदाद ने शतक जड़ा था।
अब्दुल्लाह शफीक ने खत्म किया 36 साल का सूखा
अब्दुल्लाह शफीक वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाने वाले पाकिस्तान के चौथे बल्लेबाज बने। इमरान खान ने 1983 में लीड्स में नाबाद 102 रन बनाए थे। 1987 में पाकिस्तान के हैदराबाद में जावेद मियांदाद ने 103 रन बनाए थे। सलीम मलिक ने 1987 में फैसलाबाद में 100 रन बनाए थे। फिर अब्दुल्लाह शफीक ने 113 रन बनाए।
पाकिस्तान के लिए वर्ल्ड कप डेब्यू पर शतक
अब्दुल्लाह शफीक पाकिस्तान के शतक जड़ने वाले दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज बने। उन्होंने 23 साल 324 दिन की उम्र में शतक लगाकर सलीम मलिक और बाबर आजम का रिकॉर्ड तोड़ा। सलीम मलिक ने 24 साल 192 दिन और बाबर आजम ने 24 साल 254 दिन में शतक जड़ा था। इसके अलावा वह पाकिस्तान के लिए वर्ल्ड कप डेब्यू पर शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने।