पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद ने एक और फिक्सिंग कांड (Match- Fixing) का खुलासा किया। उनके इस खुलासे से पाकिस्तानी क्रिकेट की चूलें हिल गईं हैं। खबरों के मुताबिक, 47 साल के पाकिस्तानी क्रिकेटर ने दावा किया कि मैच फिक्सिंग के बदले में खिलाड़ियों को महंगी-महंगी कारें और लाखों रुपए देने की पेशकश की गई थी।
आकिब जावेद (Aaqib Javed) ने बताया, ‘मुझे भी मैच फिक्स करने के लिए कहा गया था। साथ ही चेतावनी दी गई थी कि अगर मैंने ऐसा नहीं किया, तो मेरा करियर खत्म कर दिया जाएगा।’ आकिब जावेद ने मैच फिक्सिंग की पेशकश करने वाले खिलाड़ी के नाम का भी खुलासा किया। हालांकि, कुछ ऐसी परिस्थितियां हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अब उस खिलाड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाएगा।
पाकिस्तान के लिए 22 टेस्ट और 163 वनडे मैच खेलने वाले आकिब जावेद ने दावा किया कि सट्टेबाज पूर्व क्रिकेटर सलीम परवेज के जरिए खिलाड़ियों से संपर्क करते थे। क्रिकेट पाकिस्तान ने आकिब जावेद के हवाले से लिखा है, ‘पाकिस्तानी खिलाड़ियों को फिक्सिंग करने के लिए पाकिस्तानी क्रिकेटर सलीम परवेज ने ही कहा था। सलीम ने ही फिक्सिंग की पेशकश की थी।’
सलीम परवेज ने पाकिस्तान के लिए एक वनडे मैच खेला था। उसका डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में हुआ था। सलीम परवेज का 2013 में निधन हो गया था। अब चूंकि सलीम का निधन हो चुका है, ऐसे में पीसीबी उनके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने में असमर्थ है।
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद पहले भी कई बार मैच फिक्सिंग पर सनसनीखेज दावे कर चुके हैं। आकिब जावेद ने पाकिस्तान के एक निजी चैनल से बातचीत में खुलासा किया था कि उन्हें कई बार मैच फिक्सिंग के खिलाफ बोलने के लिए जान से मारने तक की धमकियां मिल चुकी हैं।
हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और देश के क्रिकेट बोर्ड के मुख्य संरक्षक इमरान खान ने पीसीबी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता में संशोधन और मैच फिक्सिंग को अपराध का दर्जा बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके मुताबिक, अगर कोई खिलाड़ी फिक्सिंग में शामिल होता है तो उसे जेल की सजा होगी। अब तक ऐसा कानून सिर्फ श्रीलंका सरकार ने बनाया है। बाकी सभी देश आईसीसी के भ्रष्टाचार निरोधी कानून के तहत खिलाड़ियों की सजा तय करते हैं।