ब्राजील में बढ़ रहे जीका वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से अंतरराष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने के बाद रियो ओलंपिक 2016 आयोजन समिति ने यह दावा किया है कि ओलंपिक खेलों के आरम्भ से पहले इस समस्या का समाधान हो जाएगा। ऐसा अनुमान है कि जीका वायरस ने कुछ महीनों में करीब 15 लाख से अधिक ब्राजीलियाईयों प्रभावित किया है।
आयोजकों के अनुसार, शीत ऋतु के दौरान रियो में शुष्क और ठंडे मौसम के कारण मच्छर अधिक नहीं होंगे। रियो 2016 आयोजन समिति के चिकित्सा सेवाओं के निदेशक जोआओ ग्रान्जेईरो ने कहा कि अगस्त में मच्छरों की वृद्धि और जीका वायरस के मामलों में भी गिरावट आएगी।
बता दें कि बीते मंगलवार को हुए एक संवाददाता सम्मेलन में रियो ओलंपिक आयोजकों ने दर्शाया है कि वह इस वायरस से परिचित हैं और वह इस बात से आश्वस्त भी नजर आए कि शीत ऋतु में खेलों के आगमन से पहले इस वायरस की वृद्धि में कमी आएगी। आयोजकों के अनुसार, शीत ऋतु के दौरान रियो में शुष्क और ठंडे मौसम के कारण मच्छर अधिक नहीं होंगे।
रियो 2016 आयोजन समिति के चिकित्सा सेवाओं के निदेशक जोआओ ग्रान्जेईरो ने कहा, ‘अगस्त में मच्छरों की वृद्धि और जीका वायरस के मामलों में भी गिरावट आएगी।’उन्होंने कहा कि रियो 2016, ब्राजील में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ जीका वायरस की स्थिति पर नजर बनाए हुए है और उन्होंने एथलीटों तथा पर्यटकों को रियो में रहने के दौरान उनके निवास स्थान की खिड़कियां बंद रखने तथा पूरे कपड़े पहनने के निर्देश दिए हैं।
ब्राजील ने गर्भवती महिलाओं को ग्रीष्मकालीन ओलंपिक से दूर रहने की चेतावनी दी है। हालांकि, रियो 2016 के संचार निदेशक, मारियो एंद्रांदा नहीं चाहते कि जीका वायरस के कारण लोग खेलों के लिए रियो की यात्रा को टालें।
गौरतलब है कि रियो में पांच से 21 अगस्त तक ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा। आयोजकों के अनुसार, करीब 42 खेलों के लिए 27.5 करोड़ टिकट बिक चुके हैं। आयोजकों के मुताबिक जीका वायरस का ओलंपिक पर कोई असर नहीं पड़ेगा।