पाकिस्तान ओपनर मोहम्मद रिजवान आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 के सेमीफाइनल में 67 रन की पारी खेलने से एक दिन पहले तक आईसीयू में थे। उनकी छाती में संक्रमण हो गया था। अब वह ठीक हैं। उन्होंने अपनी बीमारी की गंभीरता को लेकर जानकारी दी है। रिजवान ने उस समय को याद किया जब उन्हें बताया गया था कि यदि आप अस्पताल आने में 20 मिनट और लेट हो जाते तो आपकी दोनों श्वास नलियां (सांस नलिकाएं) फट जातीं।

रिजवान ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की ओर से जारी यूट्यूब वीडियो में अपने साथ हमेशा एक खास तकिया रखने को लेकर भी राज खोला।रिजवान ने कहा, ‘मैं खामोशी में था। कुछ भी पता नहीं चला। मैं भी बताना नहीं चाहता था। बहरहाल उस समय अजीब सी हालत थी। मैं जब अस्पताल जा रहा था, तब होटल में मेरा परिवार भी मेरे साथ था। मैंने उन सबसे यही कहा था कि मैं होटल में नीचे ईसीजी कराने जा रहा हूं। लेकिन फिर मुझे अस्पताल ले जाया गया।’

उन्होंने कहा, ‘जब मैं वहां पहुंचा तो मेरी सांस बिल्कुल रुकी हुई थी। दोनों श्वास नलियां बंद हो चुकी थीं। हालांकि, शुरू में उन्होंने मुझे कुछ नहीं बताया। डॉक्टर ने मुझसे कहा कि सुबह तक ठीक हो जाओगे। हालांकि, अगले दिन सुबह मुझे डिस्चार्ज नहीं किया गया। मैंने दोपहर में डॉक्टर से पूछा तो उन्होंने कहा कि शाम तक डिस्चार्ज हो जाओगे।’

रिजवान ने बताया, ‘इसके बाद मैंने एक नर्स से पूछा कि आखिर मुझे बीमारी क्या है। तो उसने कहा कि अगर आपको अस्पताल पहुंचने में 20 मिनट की और देरी हो जाती तो आपकी दोनों ट्यूब फट जाते। आपको अभी यहां रहना पड़ेगा। मुश्किल स्थिति यह थी कि वे बार-बार आते थे। अलग-अलग तरह के टेस्ट करते थे।’

रिजवान ने कहा, ‘मेरे जेहन में तब सिर्फ एक चीज थी कि वे जो टेस्ट करते थे, तो मैं यह कहता था कि यह टेस्ट इसलिए हो रहा है कि इससे मैच के लिए ठीक हो जाऊंगा। डॉक्टर ने भी आकर यही कहा था। मुझे उनके अल्फाज अब भी याद हैं।’

उन्होंने कहा था, ‘रिजवान मैं चाहता हूं कि आप पाकिस्तान के लिए सेमीफाइनल खेलें। मैं भी तो यही चाह रहा था। हालांकि, आखिर में उसने कहा कि रिजवान आपकी हालत ऐसी नहीं है कि आप मैच खेलें। उन्होंने रिस्क की बात की।’

रिजवान ने कहा, ‘इस पर मैंने उनसे कहा कि जब मैं हॉस्पिटल आया था, तब मैं ठीक-ठाक था। उस समय तो मैच खेला नहीं था। तो अल्लाह ने बीमार करना था तो कर दिया। अगर मैच के बाद मुझे ऐसी चीज होती है तो मुझे उस पर दुख नहीं होगा, क्योंकि यह कदम मैं अपने देश के लिए उठा रहा हूं।

रिजवान ने कहा, ‘जहां तक तकिये की बात है तो यह मुख्यतः मेडिकेटेड पिलो है। आपको पता है कि कीपर का हमेशा गर्दन का मसला रहता है। क्योंकि बार-बार ऊपर नीचे बैठना होता है। फील्डिंग के दौरान भी हेलमेट पहनना पड़ता है। बैटिंग के दौरान भी पहनना पड़ता है। इस कारण गर्दन बिल्कुल सिकुड़ सी जाती है और टाइट हो जाती है।’

रिजवान ने बताया, ‘इस कारण डॉक्टर्स ने मुझे मेडिकेटेड तकिया रेफर किया है। इसकी वजह से मुझे रात को सोने में काफी सुकून मिलता है। मैं इसलिए इसे अपने साथ रखता हूं। कभी-कभी यह इसलिए नजर आ जाता है, क्योंकि मैं एक रात भी उसे मिस नहीं करना चाहते। मैं एक रात का भी चांस नहीं लेना चाहता, इसलिए मैं कभी-कभी इसे हाथ में पकड़कर भी ले जाता हूं।’