इस वित्त वर्ष की अक्टूबर-मार्च अवधि में भारत में रोजगार में 7.12 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। HY2 2019 के लिए टीमलीज की छमाही रोजगार आउटलुक रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वे में शामिल किए गए 19 क्षेत्रों में से सात क्षेत्रों में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है, जबकि नौ क्षेत्रों में इस वित्त वर्ष की अक्टूबर-मार्च अवधि में कमी आने की आशंका जताई गई है। चालू वित्त वर्ष की मौजूदा छमाही में स्वास्थ्य सेवा और दवाई, सूचना प्रौद्योगिकी, ई-कॉमर्स और टेक्नोलॉजी स्टार्ट-अप, शैक्षिक सेवाएं, केपीओ, बिजली-ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में होने वाली भर्तियों में बढ़ोतरी देखी गई है।
इसके अलावा मेन्युफेक्चरिंग, इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर, कंस्ट्रक्शन और रीयल एस्टेट , फाइनेंशियल सर्विसेज, रिटेल, बीपीओ/ सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सेवा, टेलीकम्यूनिकेशन, ट्रेवल एवं हॉस्पिटलिटी, एफएमजीसी, एग्रीकल्चर और एग्रोकेमिकल्स के क्षेत्रों में होने वाली भर्तियों में गिरावट आने का अनुमान है। टीमलीज सर्वि सेज की सह-संस्थापक और कार्यकारी उपाध्यक्ष ऋतुपर्णा चक्रवर्ती ने कहा, “आर्थिक वृद्धि दर के कमजोर पड़ने से कुछ क्षेत्रों में रोजगार में गिरावट आई है। हालांकि, सभी क्षेत्रों को मिलाकर देखा जाए तो नौकरियों में बढ़ोतरी के संकेत आ रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि 19 में से 8 क्षेत्रों में नौकरी मिलने का आंकड़ा डबल डिजिट में रहने की उम्मीद है। अक्टूबर-मार्च के दौरान केवल लॉजिस्टिक्स एवं एजुकेशनल सर्विसेज के क्षेत्र में 14.36 प्रतिशत अधिक नौकरियां मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां मुंबई, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई, बेंगलूरू, दिल्ली, गुरूग्राम और कोलकाता में सकारात्मक बढ़ोतरी दिख रही है वहीं इंदौर, कोयम्बटूर, अहमदाबाद, कोच्चि और नागपुर में अप्रैल- सितंबर 2019- 20 के मुकाबले अक्टूबर- मार्च 2019- 20 के लिए अलग अलग स्तर पर नकारात्मक रही।
इसमें कहा गया है कि वैश्विक बाजारों में इस दौरान रोजगार में गिरावट का रुख रहा है। सबसे ज्यादा गिरावट यूरोप में दिखाई दी है इसके बाद अफ्रीका और अमेरिका के रोजगार में गिरावट रही। टीमलीज एम्प्लॉयमेंट आउटलुक ने 19 क्षेत्रों और 14 भौगोलिक क्षेत्रों में सर्वे के आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया है। इसने भारत में विभिन्न आकारों (छोटे, मध्यम और बड़े) के 744 उद्यमों और दुनिया भर में 76 नियोक्ताओं पर रोजगार आउटलुक रुझानों का मूल्यांकन करने के लिए सर्वेक्षण किया।