भारतीय रेलवे ने हाल ही में बम्पर वेकेंसी निकाली हैं। लगभग 90 हजार विभिन्न पदों पर भर्ती होनी है। लोगों ने बड़ी तादाद में इन पदों के लिए आवेदन किए हैं। इसी बीच, बढ़ी हुई एग्जामिनेशन फीस को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अहम घोषणा की है। रेल मंत्री ने स्पष्ट किया है कि रेलवे भर्ती परीक्षा के लिए बढ़ाई गई एग्जामिनेशन फीस रिफंडेबल होगी। उन्होंने कहा कि अगर उम्मीदवार रेलवे परीक्षा देता है तो बढ़ी हुई फीस उसे परीक्षा देने के बाद वापस कर दी जाएगी। एग्जामिनेशन फीस बढ़ने के बाद आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 250 रुपये और अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 500 रुपये एग्जामिनेशन फीस भरनी होगी। रेल मंत्री ने स्पष्ट किया कि फीस रिफंडेबल होगी। उन्होंने कहा, “अगर उम्मीदवार परीक्षा देता है तो आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को उनकी पूरी फीस यानी 250 रुपये वापस कर दी जाएगी, जबकि अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 500 रुपये के शुल्क में से 400 रुपये वापस कर दिए जाएंगे।”

बता दें पहले जो भर्तियां निकाली गई थीं, उनमें अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 100 रुपये का शुल्क और आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को कोई शुल्क नहीं देना पड़ा था। इसके अलावा, रेल मंत्री ने एग्जामिनेशन फीस बढ़ाए जाने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि कई बार लोग शुल्क कम होने के कारण आवेदन कर देते हैं, लेकिन परीक्षा में शामिल नहीं होते। ऐसे में, सरकार को नुकसान होता है। परीक्षा आयोजन में सरकार काफी पैसा खर्च करती है। अगर उम्मीदवार परीक्षा देता है तो बढ़ी हुई फीस उसे वापस कर दी जाएगी। इसके अलावा रेल मंत्री ने यह भी बताया कि उम्मीदवारों को प्रश्न पत्र 15 भाषाओं में दिया जाएगा और वे अपने नाम के हस्ताक्षर हिंदी या इंग्लिश के बजाए किसी भी अन्य भाषा में भी कर सकेंगे।

गौरतलब है कि भारतीय रेलवे बड़े पैमाने पर भर्तियां करने जा रहा है। लगभग 90 हजार पदों पर भर्ती होगी। लोको पायलट, टेक्नीशियन और CPC पे मेट्रिक्स लेवल- 1 के विभिन्न पदों पर बहाली होनी है। इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 5 से 12 मार्च 2018 निर्धारित की गई है। लोको पायलट/टेक्नीशियन- कुल 26,502 पदों पर और CPC पे मेट्रिक्स लेवल- 1 के विभिन्न पदों 62907 पदों पर भर्ती होनी है। इसके अलावा भी अन्य कई पदों पर नियुक्तियां होनी हैं। अप्रेंटिस के पद भी शामिल हैं।