अगले साल देश में भर्तियों में 10 से 15 फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद है। टाइम्स जॉब्स के रोजगार एक सर्वे में सामने आया है कि सबसे अधिक रोजगार आईटी, दूरसंचार और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा सर्वे में शामिल 70 प्रतिशत से अधिक कंपनियों ने कहा कि उनको अपने कार्यबल में महिलाओं के अनुपात में सुधार की उम्मीद है। सर्वे में ये भी कहा गया है कि करीब 60 प्रतिशत नियोक्ता मध्यम स्तर पर महिला पेशेवरों की मांग में इजाफे की उम्मीद कर रहे हैं। 20 प्रतिशत का कहना है कि सबसे अधिक नियुक्तियां प्रवेश स्तर पर होंगी जबकि अन्य 20 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि वे 2017 में सीएक्सओ स्तर की नेतृत्व वाली भूमिका में महिला पेशेवरों की नियुक्ति करेंगी।

टाइम्स बिजनेस सॉल्यूशंस के रणनीति प्रमुख नीलांजल रॉय ने कहा कि सरकार के समर्थन से भारतीय अर्थव्यवस्था में स्पष्ट बदलाव दिख रहा है। आईटी, उद्यमशीलता तथा विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित कर भारतीय उद्योग जगत मजबूत वृद्धि की राह पर बढ़ रहा है। यह अगले साल देश में रोजगार वृद्धि तथा नौकरियों पर प्रभाव डालेगा। सर्वेक्षण में देशभर के 2,000 नियोक्ताओं की राय ली गई। 30 प्रतिशत ने कहा कि आईटी तथा दूरसंचार क्षेत्र सबसे अधिक संख्या में नियुक्तियां करेंगे। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के बारे में 20 प्रतिशत तथा विनिर्माण के लिए 15 प्रतिशत ने यह राय व्यक्त की। अन्य 15 प्रतिशत ने वाहन तथा 10 प्रतिशत ने बुनियादी ढांचा तथा खुदरा क्षेत्रों में सबसे अधिक नौकरियों की बात कही।

हालांकि कई विशेषज्ञों के मुताबिक वैश्विक स्तर पर दिक्कतों तथा घरेलू मोर्चे पर नकदी की कमी की वजह से कर्मचारियों या नौकरी तलाश कर रहे लोगों के नया साल चुनौतीपूर्ण रहेगा। हालांकि, कर्मचारी पहले से ही देखो और इंतजार करो की नीति अपना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वेतनवृद्धि में भी कमजोर रुख दिख रहा है। माह दर माह आधार पर विश्लेषण से पता चलता है कि इस साल नियुक्तियों में वृद्धि का रुख 2015 की तुलना में कमजोर रहा है। वास्तविक वेतन वृद्धि अनुमानित उच्च स्तर पर 20 प्रतिशत के आंकड़े से कम रही। हालांकि यह 10 प्रतिशत की औसत वृद्धि के अनुमान से अधिक रही।