मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल शुरू होने के साथ ही नौकरियों की संभावना को लेकर कई प्राइवेट सर्वे रिपोर्ट सामने आने लगे हैं। टीमलीज सर्विसेज की रिपोर्ट जहां देश में पहली छमाही में 11.5 लाख नौकरियों के नए अवसर पैदा होने की बात कह रही है, वहीं मैनपावर एम्प्लायमेंट आउटलुक सर्वे के मुताबिक पहली तिमाही में देश की सिर्फ 13 प्रतिशत कंपनियां ही हायरिंग करेंगी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस वित्त वर्ष में किन शहरों में सबसे ज्यादा नौकरियों की संभावनाएं पैदा होंगी। इस लिहाज से पुणे, कोयंबटूर और इंदौर अन्य शहरों की तुलना में ज्यादा जॉब की संभावनाएं पैदा करेंगे।
क्या कहती है टीमलीज सर्विसेज की एम्पॉयमेंट आउटलुक रिपोर्ट:
- वित्त वर्ष 2019-20 का पहला तिमाही रोजगार के लिहाज से अच्छा रहेगा। 11.5 लाख नई नौकरियां युवाओं के चेहरे पर मुस्कान लाएंगी। देश में निवेश बढ़ने से जॉब्स की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
- पिछले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में नौकरियां 2 फीसदी घटी थी, जबकि अनुमान है कि इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में 3 फीसदी नौकरियां बढ़ेंगी।
- रिटेल, लॉजिस्टिक, शिक्षा सेवा और FMCG सेक्टर में नौकरियां क्रमश: 1.66 लाख, 1.47 लाख, 1.18 लाख और 1.10 लाख पैदा होने की संभावना है।
- टीयर-2 के शहरों में जॉब्स के अवसर 5 फीसदी तक बढ़ सकते हैं जबकि टीयर-3 शहरों और गांवों में नौकरियों की संभावना सिर्फ 2 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना है।
- इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पुणे (5 फीसदी), कोयंबटूर (4 फीसदी) और इंदौर (4 फीसदी) में नौकरियों की संभावना सबसे ज्यादा होगी जबकि कोच्चि (-4 फीसदी), गुरुग्राम (-4 फीसदी) और हैदराबाद (-4 फीसदी) में जॉब्स के लिए युवाओं को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
मैनपावर एम्प्लायमेंट आउटलुक सर्वे की रिपोर्ट:
जुलाई से सितंबर तक दूसरी तिमाही में देश की सिर्फ 13 प्रतिशत कंपनियां ही नई नौकरियों में दिलचस्पी दिखाएंगी, जबकि 61 प्रतिशत कंपनियां जस की तस स्थिति बनाए रखेंगी। इस तरह कुल रोजगार दूसरी तिमाही में 13 प्रतिशत बढ़ेगा जोकि पिछले साल के 16 प्रतिशत से कम होगा।
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने सरकार के दूसरे कार्यकाल में आते ही जॉब्स को लेकर कई संसदीय समितियों का भी गठन किया है। ताकि देश में रोजगार की ज्यादा से ज्यादा संभावनाओं को तराशा जा सके।