अंकिता देशकर
कोरोना महामारी के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नाम से कई बार भ्रामक और फर्जी दावे किये गए। हमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऐसा ही एक लेख और उसका लिंक मिला, जिसमें दावा किया गया है कि डब्ल्यूएचओ ने स्वीकार किया है कि कोरोना का टीका लेने वालीं हजारों माताएं हृदय रोग से पीड़ित बच्चे को जन्म दे रही हैं।
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है और यहां तक कि खुद WHO ने भी इन रिपोर्टों का खंडन किया है। इन दावों को निराधार बताया है।
क्या हो रहा है वायरल?
ट्विटर यूजर Truth Seeker ने वायरल दावे को अपनी प्रोफ़ाइल पर साझा किया। देखें…
इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
कई और यूजर्स भी यही दावा साझा कर रहे हैं। देखें कुछ ट्वीट..
जांच पड़ताल:
हमने ट्वीट में दिये लिंक से अपनी पड़ताल शुरू की। यह लिंक हमें thepeoplesvoice.tv पर प्रकाशित एक लेख तक लेकर गया। यह लेख 4 जुलाई, 2023 को प्रकाशित हुआ था। हालांकि, लेख में कहीं भी कोविड-19 टीकाकरण का उल्लेख नहीं था। लेख में जो लिखा किया गया था वह इस प्रकार है: डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वे यूनाइटेड किंगडम में नवजात शिशुओं और शिशुओं के बीच गंभीर मायोकार्डिटिस मामलों की बेतहाशा वृद्धि की जांच कर रहे हैं।
इसके बाद हमने वेबसाइट को स्टॉपगैंडाप्लस के गूगल क्रोम एक्सटेंशन के जरिए चलाया। यह एक्सटेंशन वेबसाइट की एक्यूरेसी और पूर्वाग्रह को दर्शाता है। एक्सटेंशन के माध्यम से हमें पता चला कि इस लेख का पूर्वाग्रह ‘फर्जी’ था और एक्यूरेसी ‘बहुत कम’ थी। वेबसाइट की क्रेडिबिलिटी रेटिंग भी ‘कम’ थी। सारांश में कहा गया है, “फर्जी समाचारों के नियमित प्रकाशन के कारण इस वेबसाइट की विश्वसनीयता शून्य है।”
हमने इस पर कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट भी खोजी, लेकिन हमें कोई रिपोर्ट नहीं मिली।
फिर हमने ईमेल के माध्यम से विश्व स्वास्थ्य संगठन के मीडिया विंग से संपर्क किया। हमें जो प्रतिक्रिया मिली वह इस प्रकार है: यह गलत सूचना एक डॉन से जुड़ी है जिसे 17 मई 2023 को यूके में मायोकार्डिटिस पर भेजा गया था। न तो इसका वैक्सिनेशन से कोई संबंध है और न ही इसमें माताओं के टीकाकरण की स्थिति का जिक्र है। WHO ने कभी भी, न तो इस रिपोर्ट में या किसी अन्य रिपोर्ट में, यूके में नवजात शिशुओं में मायोकार्डिटिस की बढ़ोतरी को टीकाकरण से जोड़ा है। इन दावों का कोई आधार नहीं है।”
ई-मेल में ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड में मायोकार्डिटिस की बीमारी फैलने की खबर का हवाला दिया गया था।
समाचार में उल्लेख किया गया है: 5 अप्रैल 2023 को ब्रिटेन के National IHR Focal Point ने वेल्स में नवजात शिशुओं में गंभीर मायोकार्डिटिस में वृद्धि के बारे में डब्ल्यूएचओ को सूचित किया। जून 2022 और अप्रैल 2023 के बीच, सकारात्मक एंटरोवायरस पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (पीसीआर) परीक्षण वाले दस अस्पताल में भर्ती नवजात शिशुओं में मायोकार्डिटिस पाया गया। दस में से सात मामलों में या तो कॉक्ससैकी बी3 या कॉक्ससैकी बी4 की पहचान की गई थी। 5 मई 2023 तक, एक मरीज़ अभी भी अस्पताल में भर्ती था, और एक की मृत्यु हो गई थी।
निष्कर्ष: WHO ने यह स्वीकार नहीं किया है कि पूरी तरह से टीकाकरण वाली माताएं गंभीर हृदय दोष वाले बच्चों को जन्म दे रही हैं, वायरल पोस्ट फर्जी है। (सोर्स- लाइटहाउस जर्नलिज्म)