भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की ‘ड्रीम गर्ल’ और मथुरा सांसद हेमा मालिनी का जन्म 16 अक्टूबर, 1948 को तमिलनाडु केअम्मानकुंडी में हुआ था। हेमा मालिनी तमिल भाषी परिवार से हैं। उनके पिता का नाम वीएसआर चक्रवर्ती है। उनकी मां जया एक फिल्म निर्माता थीं।
साल 1961 में हेमा मालिनी ने एक क्षेत्रीय फिल्म बतौर डांसर काम किया था। 1964 में हेमा मालिनी को तमिल निर्देशक सी.वी. श्रीधर ने ‘दुबली पतली’ बताते हुए हीरोइन का रोल देने से मना कर दिया था। इस रिजेक्शन के ठीक चार साल बाद हेमा मालिनी ने राज कपूर के साथ ‘सपनों का सौदागर’ से डेब्यू किया लेकिन फिल्म फ्लॉप रही।
जब हेमा मालिनी ने शाहरुख खान का ऑडिशन किया रिजेक्ट!
हेमा मालिनी ने ही बॉलीवुड के किंग खान कहे जाने वाले शाहरुख खान को पहली फिल्म ऑफर की थी। बहुत कम लोग जानते हैं कि हेमा मालिनी ने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया है। हेमा मालिनी की जीवनी “हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल” में यह बताया गया है कि कैसे उन्हें शाहरुख खान का ऑडिशन पसंद नहीं आया था।
शाहरुख खान ने 1988 में टीवी शो फौजी से बतौर एक्टर इंडस्ट्री में कदम रखा था। इसके बाद उन्होंने दिल दरिया, सर्कस और दूसरा केवल जैसे कई चर्चित सीरियल में काम किया। टीवी इंडस्ट्री में काफी नाम कमाने के बाद 90 के दशक की शुरुआत में शाहरुख खान फिल्मी दुनिया में पैर जमाने की कोशिश कर रहे थे।
उन्हीं दिनों हेमा मालिनी बतौर डायरेक्टर “दिल आशना है” फिल्म कर रही थीं। शाहरुख खान ने इस फिल्म के लिए ऑडिशन दिया था, लेकिन हेमा मालिनी ने उनका पहला ऑडिशन रिजेक्ट कर दिया था। लेकिन तुरंत उन्हें दूसरा मौका भी दिया था।
जीवनी में हेमा मालिनी के हवाले से लिखा है कि पहली मुलाकात के दौरान शाहरुख खान घबराए हुए थे। उनका पहला ऑडिशन हेमा को पसंद नहीं आया। उन्होंने दोबारा कोशिश करने का सुझाव दिया। इस बार शाहरुख को अपने बाल को पीछे की तरफ रखना था और रंगीन जैकेट की जगह सफेद शर्ट पहनकर ऑडिशन देना था। दोबारा की गई कोशिश हेमा मालिनी को पसंद आयी। इसके बाद हेमा ने धर्मेंद्र को युवा अभिनेता से मिलने के लिए बुलाया। इस तरह हेमा मालिनी के शाहरुख को उनके पहले फिल्म के लिए कास्ट किया।
फिर शाहरुख खान की पहली फिल्म ‘दीवाना’ कैसे?
1992 में रिलीज हुई ‘दीवाना’ शाहरुख खान की पहली मानी जाती है। दरअसल, हेमा की फिल्म मिलने के तुरंत बाद, शाहरुख ने कई और फिल्में (दीवाना, किंग अंकल और कभी हां कभी ना) साइन कीं। हेमा मालिनी की दिल आशना है के बनने से पहले ही दीवाना रिलीज हो गई, इसलिए उसे ही उनकी पहली फिल्म मानी जाती है।
हेमा मालिनी की गुरु मां ने की थी शाहरुख की भविष्यवाणी
किताब में यह भी बताया गया है कि जब हेमा मालिनी की गुरु मां ने पहली बार शाहरुख खान की तस्वीर देखी तो उन्होंने हेमा से कहा था- “यह एक स्टार हैं। यह इंडस्ट्री को बदल देंगे।” जीवनी में हेमा बताती हैं, “तभी से मुझे पता था कि मेरी फिल्म के साथ कुछ बड़ा होने वाला है। जिस दिन उन्होंने मेरी फिल्म साइन की, उसी हफ्ते उन्होंने चार अन्य फिल्में साइन कीं, जिनमें दीवाना, किंग अंकल (1993) और कभी हां कभी ना (1994) शामिल हैं।