सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। याद दिलाना होगा कि बीते महीने कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में हुई शिक्षक भर्ती को रद्द कर दिया था।

कोर्ट के इस फैसले के बीच हरियाणा की एक घटना याद आती है। इस घटना में देवीलाल सरकार के गृह मंत्री संपत सिंह को इस्तीफा देना पड़ गया था। हुआ यूं था कि 1987 के विधानसभा चुनाव में लोक दल की जीत हुई थी और देवीलाल दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। सरकार के कार्यकाल के दूसरे साल में गृह मंत्री संंपत सिंह का नाम एक विवाद में सामने आ गया।

रिश्वत लेकर कांस्टेबल भर्ती कराने का था आरोप

संपत सिंह पर रिश्वत लेकर कांस्टेबल भर्ती कराए जाने का आरोप लगा। संंपत सिंह को देवीलाल के बड़े बेटे ओम प्रकाश चौटाला का भरोसेमंद माना जाता था। कांस्टेबल भर्ती को लेकर विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि संपत सिंह दबाव में आ गए और हालात कुछ ऐसे बन गए कि उन्हें बर्खास्त किए जाने की खबरें सामने आने लगी।

लेकिन बर्खास्त किए जाने से पहले ही संपत सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस घटना की वजह से ताऊ देवीलाल के दो बेटों- ओम प्रकाश चौटाला और रणजीत सिंह के रिश्ते खराब हो गए थे।

shruti choudhary satpal brahmchari
श्रुति चौधरी और सतपाल ब्रह्मचारी।

Sampat Singh Haryana: संपत स‍िंंह के बारे में

संपत स‍िंह ने हर‍ियाणा के तीनों लाल – देवी लाल, बंसी लाल और भजन लाल – के साथ काम क‍िया। उन्‍होंने करीब 44 साल पहले राजनीत‍ि शुरू की थी। 2019 के हर‍ियाणा व‍िधानसभा चुनाव के समय जब उन्‍हें ट‍िकट नहीं म‍िला तो उन्‍होंने कांग्रेस छोड़ दी। हालांक‍ि, 2022 में वह फ‍िर कांग्रेस में आ गए थे।

छह बार के व‍िधायक रहे संपत स‍िंह ने कहा था क‍ि 2019 में कुलदीप स‍िंह ने उनकी ट‍िकट कटवाई थी, इसील‍िए वह बीजेपी में चले गए थे। मई 2009 में वह भजन लाल के ख‍िलाफ इनेलो से भी चुनाव लड़े थे। तब वह 6000 वोट से हार गए थे। लेक‍िन, अक्‍तूबर 2009 में नलवा व‍िधानसभा क्षेत्र से उन्‍होंने भजन लाल की पत्‍नी जसमा देवी को हरा द‍िया था। वह छह बार चुनाव जीते और सात बार हारे थे।

Prime Minister Narendra Modi and Haryana Chief Minister Nayab Singh Saini
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी। (Source- Facebook/Nayab Saini)

West Bengal Teachers Recruitment Scam: बीजेपी ने बनाया मुद्दा 

हरियाणा की घटना से सबक लेते हुए यह सवाल जरूर पूछा जा सकता है कि क्या पश्चिम बंगाल में भी ऐसा कुछ हो सकता है। क्योंकि बंगाल में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान हाई कोर्ट का यह फैसला काफी बड़ा मुद्दा बन चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी रैलियों में इस मुद्दे को उठा चुके हैं और ममता बनर्जी सरकार उनके निशाने पर है।

बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट के इस फैसले से स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) द्वारा नियुक्त किए गए 25,753 शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी प्रभावित हुए थे। हाई कोर्ट ने कहा था कि इन शिक्षकों को 8 साल की नौकरी के दौरान मिली तनख्वाह को भी 12% ब्याज के साथ वापस करना होगा

इस मामले में जुलाई 2022 में ममता सरकार के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया था। ईडी ने उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर पर छापेमारी की थी तो वहां से 49 करोड़ रुपए कैश मिला था।

भारत में भ्रष्‍टाचार पर ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल की र‍िपोर्ट

जनवरी, 2024 में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के हवाले से Corruption Perceptions Index-2023 का डेटा जारी हुआ था। इसमें कहा गया है कि भारत भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक के मामले में दुनिया भर के 180 देशों में से 93 वें स्थान पर है। साल 2023 में भारत की रैंकिंग 39वीं थी। 

क्या है पश्‍च‍िम बंगाल का टीचर भर्ती घोटाला?

पश्चिम बंगाल सरकार के द्वारा चलाए जाने वाले स्कूलों में नौकरी के लिए साल 2014 में नोटिफिकेशन जारी किया गया था। 2016 में भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी लेकिन भर्ती प्रक्रिया में कई तरह की गड़बड़ियों का आरोप लगने के बाद यह मामला हाई कोर्ट पहुंच गया था। व‍िस्‍ताार से नीचे क्‍ल‍िक कर पढ़ें:

Mamata banerjee
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी।

लोकसभा चुनाव 2024 में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर हो रहे शोर के बीच एक तथ्‍य यह भी है क‍ि महाराष्ट्र का एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े दो-तिहाई मामलों में आरोपी अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू नहीं कर पा रहा है। क्‍यों? नीचे क्‍ल‍िक करके जानें:

Corruption Case In Modi Govt | ACB
मोदी सरकार के 9 साल में  (2014-2023) में भ्रष्टाचार दो पॉइंट कम हुआ है। (Illustration by: C R Sasikumar)

बीजेपी पर व‍िपक्ष हमलावर

भ्रष्‍टाचार के मामले में व‍िपक्ष लगातार भाजपा पर हावी रहा है। इसकी एक वजह यह भी है क‍ि लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने ऐसे कई नेताओं को उम्मीदवार बनाया है जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। जैसे कुरुक्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार नवीन ज‍िंंदल के ख‍िलाफ सीबीआई और ईडी ने चार्जशीट दायर की हुई है, लेक‍िन जिंदल मार्च, 2024 में भाजपा में शामिल हुए और उन्हें पार्टी ने अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया। ऐसा ही उदाहरण झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा का भी है। मधु कोड़ा के ख‍िलाफ भ्रष्‍टाचार के कई मामले लंब‍ित हैं लेकिन गीता कोड़ा बीजेपी में शामिल हुईं और उन्हें सिंहभूम सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। 

bjp| ED| election 2024
The Indian Express में दीप्‍त‍िमान त‍िवारी ने एक खोजी र‍िपोर्ट ल‍िखी है ज‍िससे पता चलता है क‍ि कैसे दूसरी पार्टी से बीजेपी या एनडीए में आने के बाद दागी नेताओं को एजेंस‍ियों की कार्रवाई से राहत म‍िलती रही है।