लाइटहाउस जर्नलिज्म को हाल ही में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या से जुड़ा एक वीडियो मिला। ऑनलाइन शेयर किए जा रहे इस वीडियो में पीड़िता के अंतिम क्षणों को दर्शाने का दावा किया गया था। जांच के दौरान हमने पाया कि इस वीडियो को पीड़िता को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मेकअप आर्टिस्ट ने रिकॉर्ड किया था।
क्या है दावा?
X यूजर Dr Vikas Divyakriti सहित कई लोगों ने एक वायरल वीडियो अपने एक्स प्रोफ़ाइल पर साझा किया। इस वीडियो में पीड़िता का नाम भी बता दिया गया है, इसलिए हम उसे यहाँ नहीं दिखा रहे हैं। कानूनन ऐसे कांड की पीड़िता की पहचान उजागर करना गलत है।

ये लोग इस वीडियो को पीड़िता के अंतिम क्षणों का वीडियो बता कर शेयर कर रहे हैं, जबकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत निकला।
जांच पड़ताल:
हमने वीडियो के कीफ्रेम प्राप्त करके जांच शुरू की और फिर इन कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च किया।
रिवर्स इमेज सर्च में हमें एक्स यूजर मुदस्सिर दास द्वारा अपलोड किया गया वीडियो मिला। उन्होंने बताया कि वीडियो मूल रूप से जीनत रहमान द्वारा बनाया गया था।
मुन्नी ठाकुर द्वारा 17 अगस्त को किए गए एक अन्य फेसबुक पोस्ट में भी कैप्शन में उल्लेख किया गया था कि मूल वीडियो जीनत रहमान द्वारा बनाया गया था।
फिर हमने फेसबुक पर जीनत रहमान का अकाउंट चेक किया।
हमें फेसबुक पर उनका पेज मिला, हालाँकि उनका अकाउंट प्राइवेट था।
कुछ पोस्ट के माध्यम से हमें पता चला कि उसने पहले भी बलात्कार के प्रति जागरूकता के संबंध में ऐसी पोस्ट की थीं।
उनकी पोस्ट 2020 की थीं। हमने उनकी इंस्टाग्राम प्रोफाइल भी चेक करने की कोशिश की, लेकिन उसे हटा दिया गया है।
इसके बाद हमने तेलुगु पोस्ट की टीम से संपर्क किया, जो उनसे संपर्क करने में सफल रही। टीम से बातचीत में जीनत ने कहा, “कोलकाता में जो हुआ, वह वाकई दुखद है। कोई भी लड़की, कहीं भी-सिर्फ कोलकाता में ही नहीं-यह खबर सुनकर चौंक जाएगी। मैं चुप कैसे रह सकती थी? वह किसी की बेटी हो सकती है, किसी की बहन हो सकती है। मैं केवल कल्पना कर सकती हूं कि उनके लिए यह कितना मुश्किल रहा होगा। मैंने उनके दर्द को गहराई से महसूस किया, और इसी वजह से मुझे यह वीडियो बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि मैं उदासीन नहीं रह सकती थी।”
उन्होंने इस बात पर अफसोस भी जाहिर किया कि कुछ व्यक्तियों ने इस वीडियो को भ्रामक कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें दावा किया गया है कि वीडियो में दिख रही लड़की पीड़िता है। उन्होंने कहा, ”कुछ डिजिटल क्रिएटर्स ने तो वीडियो को भ्रामक शीर्षकों के साथ अपने प्लेटफॉर्म पर अपलोड भी कर दिया है, ताकि अधिक से अधिक व्यूज और लाइक्स मिल सकें। इसके बारे में सोचें- ऐसी विकट स्थिति में कौन वीडियो बना सकता है? कौन अपनी जान बचाने के बजाय कंटेंट बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा? मेरे इरादे कभी दुर्भावनापूर्ण नहीं थे; मैं बस पीड़िता की आवाज को बुलंद करना चाहती थी। यह वीडियो पीड़ितों के लिए त्वरित न्याय की चल रही लड़ाई में एक छोटा सा योगदान है।”
लाइटहाउस जर्नलिज्म ने टिप्पणी के लिए जीनत से भी संपर्क किया है। उनका जवाब मिलने पर फैक्ट चेक को अपडेट कर दिया जाएगा।
निष्कर्ष: कोलकाता बलात्कार पीड़िता के अंतिम क्षणों को दिखाने का दावा करने वाला वायरल वीडियो वास्तव में मेकअप आर्टिस्ट जीनत रहमान द्वारा बलात्कार की घटनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए बनाया गया था। वायरल दावा भ्रामक है।