दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के बंगले को लेकर घमासान मच गया है। बीजेपी से लेकर कांग्रेस तक आम आदमी पार्टी (AAP) पर हमलावर हैं और केजरीवाल का एक दशक पुराना वह शपथ पत्र दिखा रही हैं, जिसमें उन्होंने कभी वीआईपी ट्रीटमेंट ना लेने की सौगंध खाई थी। दावा किया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल के बंगले की मरम्मत और साज-सज्जा में 45 करोड़ रुपये खर्च किये गए। केजरीवाल के बंगले की मरम्मत उस वक्त हो रही थी जब दिल्ली कोरोना वायरस से जूझ रही थी।

इस व‍िवाद के बीच यह तथ्‍य जानना द‍िलचस्‍प होगा क‍ि The White House Historial Association के मुताब‍िक अमेर‍िकी राष्‍ट्रपत‍ि को अगर ह्वाइट हाउस को अपने ह‍िसाब से सजाना-संवारना हो तो उन्‍हें केवल एक लाख डॉलर (एक करोड़ रुपए से भी कम) का भत्‍ता म‍िलता है। इससे ऊपर का जो भी खर्चा होगा, उन्‍हें अपनी जेब से करना होगा।

अमेर‍िकी राष्‍ट्रपत‍ि जॉर्ज बुश की पत्‍नी लॉरा बुश ने अपनी क‍िताब Spoken From the Heart में ल‍िखा है क‍ि जब वह ह्वाइट हाउस में रहने गईं तो बहुत सारे ऐसे खर्चे आ गए ज‍िनके ल‍िए वह तैयार ही नहीं थीं। ह्वाइट हाउस में ‘फर्स्‍ट लेडी’ की रसूख के मुताब‍िक रहन-सहन के ल‍िए कई सारे खर्च करने जरूरी थे और वे पैसे अपनी जेब से खर्च करने थे।

क्लिंटन को जेब से देना पड़ा था बिल

जनवरी 2001 में जब ब‍िल क्‍ल‍िंटन ने ह्वाइट हाउस से व‍िदा ल‍िया था तब सीएनएन ने बताया था क‍ि दो कार्यकाल तक व्‍हाइट हाउस में रहते हुए क्‍ल‍िंटन दंपती पर एक करोड़ डॉलर तक का कर्ज (मुख्‍य रूप से कानूनी खर्च वहन करने के चलते, जो राष्‍ट्रपत‍ि को खुद करना होता है) हो गया था। राष्‍ट्रपत‍ि भवन से न‍िकलने के बाद क्‍ल‍िंंटन दंपती ने भरपूर कमाई की (मुख्‍य रूप से भाषण देकर) और तीन-चार साल में कर्ज चुकाया।

दावा- 6 किश्त में खर्च हुए 44.78 करोड़ रुपये

समाचार चैनल टाइम्स नाउ ने PWD के दस्तावेजों के हवाले से दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस रोड स्थित बंगले की मरम्मत और रेनोवेशन पर कुल 44.78 करोड़ रुपए खर्च हुए। यह पैसा 9 सितंबर 2020 से जून 2022 के दरम्यान 6 किस्तों में खर्च किया गया।

कहां-कहां खर्च हुए पैसे?

दस्तावेजों के मुताबिक केजरीवाल के घर में इंटीरियर डेकोरेशन में 11.30 करोड़ रुपए, पत्थर और मार्बल फ्लोरिंग में 6.02 करोड़ रुपए, इंटीरियर कंसल्टेंसी में एक करोड़ रुपए, इलेक्ट्रिकल फिटिंग और सामान में 2.58 करोड़ रुपए, फायर फाइटिंग सिस्टम में 2.85 करोड़ रुपये, वार्डरोब-आलमारी इत्यादि में 1.41 करोड़ रुपये और किचन एप्लायंसेज में 1.1 करोड़ रुपये खर्च हुए।

टाइम्स नाउ ने ऑपरेशन ‘शीशमहल’ में दावा किया है कि केजरीवाल के घर में 23 पर्दे लगे और इनकी कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा है। इसी तरह Dior की मार्बल फ्लोरिंग में 3 करोड़ से ज्यादा लगे। वार्डरोब पर 40 लाख रुपये, दीवार की साज-सज्जा पर 4 करोड़ से अधिक और दो किचन पर 64 लाख से अधिक खर्चे गए। साथ ही 20 लाख रुपये की खास कालीन लगाई गई है। इसके अलावा केजरीवाल के कैंप ऑफिस में भी 8.11 करोड़ रुपये खर्च कर रेनोवेशन कराया गया।

AAP ने माना- 30 करोड़ खर्च हुए 

उधर, इस पूरे दावे पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने पलटवार करते हुए कहा है कि बंगले की मरम्मत पर 45 करोड़ नहीं बल्कि 30 करोड़ रुपये खर्च हुए। दलील दी कि जिस बंगले में केजरीवाल रहते हैं वह 80 साल पुराना है और 3 बार इसकी छत गिर चुकी है। AAP के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि यह मामला अडानी के मसले से ध्यान हटाने के लिए लाया गया है। 

संजय सिंह ने पीएम मोदी से लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल के घर की कीमत गिनाई। कहा कि LG के घर की मरम्मत 15 करोड़ में हुई। सेंट्रल विस्टा में प्रधानमंत्री का जो आवास बन रहा है, उस पर 500 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। प्रधानमंत्री के लिए तो कोरोना काल में 12 करोड़ की गाड़ी खरीदी गई थी।

क्या है PWD का पक्ष?

इस मामले पर लोक निर्माण विभाग (PWD) का आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अफसर ने NDTV से बातचीत में कहा कि जैसा दावा किया जा रहा है, वैसा नहीं है। रेनोवेशन नहीं बल्कि पुराने स्ट्रक्चर की जगह एक तरीके से नया स्ट्रक्चर ही खड़ा किया गया, जिस पर 44 करोड़ रुपये खर्च हुए।

सोशल मीडिया पर ट्रेंड

सोशल मीडिया पर भी केजरीवाल के बंगले को लेकर हलचल है और ट्रेंड कर रहा है। तमाम लोग अरविंद केजरीवाल के 10 साल पुराने उस शपथ पत्र को शेयर कर रहे हैं, जिसमें उन्हें वीआईपी कल्चर खत्म करने की सौगंध ली थी। इस शपथ पत्र में उन्होंने कहा था कि मैं न तो कभी बड़ा बंगला लूंगा और ना ही नेताओं की तरह वीआईपी सुविधाएं मागूंगा। सामान्य आदमी की तरह दो कमरे के बंगले में रहूंगा।


बीजेपी से लेकर कांग्रेस तक हमलावर 

अरविंद केजरीवाल के बंगले लेकर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने तंज कसते हुए कहा है कि ‘दावा था कि गाड़ी नहीं लेंगे, ऑटो में लटक कर चलेंगे। बंगला नहीं लेंगे, लेकिन घर के पर्दे पर एक करोड़ रुपए खर्च कर दिये’। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल घर में नहीं बल्कि महल में रहते हैं। उनके घर की रेनोवेशन तब हुई जब पूरी दिल्ली कोरोना वायरस से जूझ रही थी, दिल्ली के लोगों को जवाब देना चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।

उधर, कांग्रेस नेता अजय माकन ने केजरीवाल का शपथ पत्र साझा करते हुए कहा कि ‘अरविंद केजरीवाल का असली चेहरा सामने आ गया है और सादगी का ढोंग बेनकाब हो चुका है। फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए’।

विज्ञापन पर भी हो चुका है विवाद

हाल ही में एक आरटीआई में सामने आया कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने पिछले 3 वर्षों के दौरान विज्ञापन पर औसतन 70.5 करोड रुपए सालाना खर्च किए। यह पिछली सरकार के खर्च से 4 गुना अधिक है। इस मसले पर भी विपक्षी दलों ने आप को घेरा और खासा हंगामा किया।